आज गोड्डा कॉलेज गोड्डा में विश्वविध्यालय के पत्र के अनुसार डिग्री 2 की परीक्षा की तारीख तय थी !किन्तु तय तारीख पर जिस विषय की परीक्षा होनी थी उस विषय की पढ़ाई गोड्डा कॉलेज में नही होती है ,जिसके कारण छात्र अनुपस्थित थे ,जिला प्रसाशन की ओर से परीक्षा परिवेक्षक के रूप में नवदीप नियुक्त किये गये थे ,परीक्षा का समय भी 9.30बजे दिन से था लेकिन परीक्षा परिवेक्षक 11बजे पहुंचे और पहुँचते ही रौब में आ गये विद्यार्थी की अनुपस्थिति देख प्रोफेसरों पर बिगड़ना शुरू हो गये !
प्रोफेसरों के अनुसार परिवेक्षक ने आते ही कहा की जब परीक्षा ही नही थी तो मुझे बुलाया क्यूँ गया इस दौरान प्रोफेसरों के द्वारा उन्हें समझाने का भरसक प्रयास किया गया लेकिन वो उग्र होते चले गये और बाहर निकलकर एसडीओ को फोन लगाकर बुला लिए .अभी कुछ ही पल बिता ही था की अनुमंडल पधाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा मौके पर पहुँच गये और समाज की नयी पीढ़ी के निर्माण में अपना योगदान देने वाले गुरुओं (प्रोफेसरों ) पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा की पहचानते नही हो आईएस हूँ ,तुमलोग गुंडा मवाली हो इत्यादि कहा !
ऐसे भाषा का प्रयोग एक पदाधिकारी के रूप शिक्षकों पर करना कितना सही है और कितना गलत वो तो जांच के बाद सामने आएगा लेकिन प्रोफेसरों पर ऐसी टिप्पणी होने पर सभी प्रोफेसर मर्माहत हैं !और सभी प्रोफेसरों एवं कर्मचारियों ने बैठक कर इस विषय को उपायुक्त गोड्डा ,कमिश्नर ,राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक इस विषय को रखने की बात कही !
प्रोफेसरों ने पदाधिकारी को कहा यहाँ डीसी भी नही घुस सकता यहाँ सिर्फ वीसी का चलता है !
वहीँ इस विषय पर जब अनुमंडल पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा की मुझे लगा ही नही की हम प्रोफेसरों से बात कर रहे हैं ,उनका व्यवहार प्रोफेसरों के लायक नही था ,जब हम कॉलेज पहुंचे तो प्रोफेसरों का कहना था की इसके गेट के अन्दर डीसी भी नही घुस सकता है यहाँ सिर्फ वीसी का चलता है !बीते कल सोमवार को पथरगामा कॉलेज में मैंने तीन छात्रों को कदाचार करते हुए पकड़ा और निष्कासित किया शायद यही कारण था की इस खबर के बाद प्रोफेसरों के द्वारा मेरे साथ बदसलूकी की गयी ताकि मैं कॉलेज की गलतियों को न पकड़ सकूँ और इनकी छवि धूमिल होने से बच जाय !
प्रभारी प्राचार्य और प्रोफेसर संजय प्रियंवद पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में एफ़ाइआर किया गया !-
— नमन प्रियेश लकड़ा (अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा )