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हम ढूंढ कर लाये हैं जंगलों के बीच कला का रहस्यमयी मूर्ति,आओ और हमे निहारो ।

राघव मिश्रा/कला जिसकी कोई सिमा नही होती। एक कलाकार अपनी कला को किसी भी रूप में प्रदर्शित कर सकता है। अब इन मूर्तियों को ही देख लीजिये। इनकी रहस्यमयी मूर्तियां भी एक कला का रूप ही है। दरसल, ये मुर्तिया अपने विचारों को व्यक्त करने का एक जरिया होती है। …

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रक्षाबंधन पर स्वाती की कहानी : जब मैं दीदी से पहले सिर्फ गुड़िया थी ।

रक्षाबंधन पर आपके किस्से मेरी कहानी वो मुझसे छोटा है लेकिन उसने इस बात को कभी दिल से नहीं माना। मेरी और उसकी खूब लड़ाई होती आज भी मेरे चहरे पर जो निशान हैं उसीके नाखूनों के हैं। हम दोंनो कभी तो इतना लडते मां के अलावा कोई और संभालने …

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प्रीत-चंदन के बिच का प्रीत/कहानी

“चंदनिया प्रीत” बात तब की है जब मुँह में ‘तिरंगा’ और जुबान पर ‘जा झार के’ वाली पनीली तान थी …, तब रेडियो पर विविध भारती बजती थी …, तब टाटा इंडिकॉम का ‘नया टुनटुना’ आया था …., तब अल्ताफ़ राजा का ‘जा बेवफा जा…तुझे प्यार नहीं करना’ चोट खाये …

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एक गरीब लड़की और उसका प्यार /कहानी

वह एक गरीब लड़की थी। उसके पिता किसी दुकान पर मजदूरी करते थे और मां घरों में चौका बरतन। वह अपने मां-बाप की इकलौती लड़की थी, इसलिए उन्होंने उसे बड़े लाड प्यार से पाला था। वे चाहते थे कि वह पढ़ लिख कर बड़ी आदमी बने, जिससे उसे गरीबी में …

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03-19-2024 10:08:53×