हनवारा/मामला हनवारा थाना क्षेत्र के नरैनी गांव का मामला .
पब्जी गेम मोबाइल यूजर्स के बीच पहले से ही लोकप्रिय रहा है। आए दिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। कहा जाय तो वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में इस पब्जी गेम की लोकप्रियता काफी इजाफा देखा गया है। हालांकि इस गेम पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध भी लगाया था,जिसके बाद इसे फिर से चालू कर दिया गया।
लेकिन पब्जी गेम के चक्कर में कोई लाखों रुपये खर्च कर सकता है, यह एक बेहद चौंकाने वाली बात है लेकिन ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है।
हनवारा थाना क्षेत्र के नरैनी गांव के दो नाबालिग भाई 17 वर्षीय ज़िललानी अंसारी तथा 15 वर्षीय मेहताब अंसारी ने पिता द्वारा कमाकर घर के बक्से में रखे दो लाख 70 हजार रुपये बारी बारी से चुरा कर पब्जी गेम में लगा दिया। दोनों भाई ने पब्जी गेम खेल कर 2 लाख 70 हजार रुपये खर्च कर दिए हैं।और परिजनों को भनक तक नहीं लगने दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि दोनों भाई ने इन पैसों को पब्जी मोबाइल अकाउंट अपग्रेड करने और गेमिंग के दौरान शॉपिंग करने के लिए खर्च किया है। दोनों भाई ने घर से चुराए लाखों रुपए से अपने और अपने साथियों के लिए इन-ऐप शॉपिंग की थी। लेकिन इन पैसों के खर्च होने की भनक उसके परिजनों को नहीं हुई।
बताया जा रहा है कि दोनों भाई के पिता इसराइल अंसारी मुंबई में मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। किसी तरह मजदूरी कर उन्होंने दो माह पहले जमीन खरीदने के लिए घर में पैसा रखा था। और फिर से वह मजदूरी करने मुंबई चले गए थे।हालांकि पिता के जाने के बाद घर में मां थी। दोनों भाई ने मां से छुपाकर घर में रखे पैसे निकाल कर पब्जी गेम में खर्च करना शुरू कर दिया। जब इसकी भनक सोमवार को घर में उनकी मां को लगी तो होश उड़ गया।
जावेद अख्तर की रिपोर्ट