- मेहरमा अंचलाधिकारी के अंचल गार्ड ने खाकी वर्दी को किया शर्मशार.
मेहरमा/घोर कलयुग का जमाना है, यह तो हम सब जानते हैं। पर यह कोई नहीं जानता कि इस कलयुग में पाप इतना बढ़ जाएगा कि जिसे हम अपना रक्षक समझेंगे वह ही हमारा भक्षक बन जाएगा। ताजा मामला मेहरमा थाना क्षेत्र के अंचल कार्यालय परिसर का है, जहां रविवार की शाम रक्षक ही भक्षक बन गया। वर्दी पर ऐसा बदनुमा दाग लगा कि पुलिस महकमा भी शर्मसार हो गया। जी हां, मेहरमा सीओ की अभिरक्षा के लिए तैनात दो गृह रक्षकों ने एक 40 वर्षीय मूक बधिर महिला की अस्मत पर डाका डालते हुए हवस का शिकार बनाया।
बताया जाता है कि मूक बधिर महिला अपने घर से रविवार की शाम मेहरमा प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में बकरी चराने के लिए गई थी। उसी वक्त गृह रक्षकों ने महिला को जबरन हाथ पकड़ कर प्रखंड परिसर स्थित एक खंडहर सुनसान भवन में ले जाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। घटना का उस वक्त पता चला जब पीडिता के साथ मौजूद एक नाबालिग बच्ची ने उक्त घटना के बारे में पीड़िता के परिजनों को बताया।
पीड़िता अपने घर पहुंचते ही रोने-बिखरने लगी। इधर घटना की सूचना परिजनों ने आसपास के लोगों को दी। इस शर्मनाक घटना की जानकारी पाकर समाज के लोग उग्र हो गए और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग करने लगे। साथ ही पीड़िता को लेकर उसकी मां मेहरमा थाना पहुंची और आपबीती सुनाई। इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों आरोपी गृह रक्षक को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरु कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मामले में एक आरोपी गृह रक्षक को गिरफ्तार करने की सूचना मिल रही है। हालांकि पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। सामूहिक दुष्कर्म कांड की घटना को अंजाम देने वाले भी रक्षकों का नाम रामप्रवेश यादव एवं बाबूलाल रजक है।
इस संबंध में पुलिस निरीक्षक रामाकांत तिवारी ने बताया कि दुष्कर्म की प्रारंभिक जांच में शत प्रतिशत सही लग रहा है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। दुष्कर्म की घटना में संलिप्त दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। चाहे आरोपी पुलिस वर्दी वाला क्यों नहीं हो।
विजय कुमार की रिपोर्ट