दूसरे दिन भी घायल नक्सलियों के तालाश में सर्च अभियान ।
दुमका जिला के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के कछुआकांदर में दो नक्सलियों के एनकाउंटर के बाद गोड्डा जिला की पुलिस घटना के तीसरे दिन सोमवार को भी सर्च अभियान जारी रखा है। इस दौरान नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस ने लगातार सर्च अभियान चला रही है। लेकिन अभी तक किसी प्रकार की सफलता गोड्डा पुलिस को हाथ नहीं लगी है। हालांकि सोमवार को देर ष्षाम निराषा हाथ लगने के बाद सर्च अभियान को समाप्त कर दिया गया है। एसडीपीओ अभिषेक कुमार के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा था। दुमका, पाकुड़, गोड्डा जिले के सीमावर्ती गांव सुसनी, बैगनी, बाबूपुर, बारगो दोनो टोला, सिन्द्रिजोला, कोमोपहारी, भुस्किपारा आदि गांवों में सर्च अभियान किया गया।
लेकिन पुलिस लगातार इस क्षेत्र में अपनी सूचना तंत्र को मजबूत बनाने का प्रयास में जुटी हुई है। घायल नक्सलियों के सुंदरपहाड़ी के जंगलों में छिपे होने की आषंका पुलिस ने पहले ही जतायी है। जिसके बाद से क्षेत्र में जितने भी झोला छाप चिकित्सक है उनकी सूची तैयार किया गया है। सूची में एक दर्जन से अधिक झोला छाप चिकित्सकों के नाम ष्षामिल है। जिन्हें पुलिस ने अपनी रडार पर ले रखा है। साथ ही साथ सूचना तंत्र के भी लगातार स्पर्ष में रहने का प्रयास कर रही है। जिससे घायल नक्सलियों व दस्ता को धर दबोचने में सफल हो सके।
जानकारों की माने तो हार्डकोर नक्सली ताला दा उर्फ सहदेव राय का दस्ता इस क्षेत्र में लगातार सक्रिय है। अधिकांष लेवी, लूट की घटनाओं को इसी का गिरोह के नक्सलियों द्वारा अंजाम देता आया है। गोपीकांदर के कछुआकांदर में मारे जाने वाले नक्सली भी इस गिरोह का सदस्य के रूप में पहचान हुई है। जिसमें से एक नाम अनुज देहरी का है। जो सुंदरपहाड़ी प्रखंड के डुमरपालम का बताया जा रहा है। जो पिछले दो वर्ष से इस गिरोह में सक्रिय रूप में विभिन्न प्रकार के घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इसमें लूटपाट, कंस्ट्रक्शन कम्पनियों से लेवी आदि शामिल है।
सूत्रों की माने तो पुलिस नक्सलियों के खिलाफ लिया गया घातक कदम से ताला दा के दस्ता को काफी आहत है। इस घटना से नक्सलियों के बीच खौफ बढ़ा हुआ है। दुमका पुलिस को घटनास्थल से जो समान बरामद हुए है। इसमें एक एसएलआर के अलावे अधिक मात्रा में कारतूस मिले है। इसके अलावे दिनचर्या में उपयोग में लाए जाने वाले समान शामिल है। पुलिस ने यह अंदेशा जताया है यह गिरोह काफी समय से इस क्षेत्र में जमे हुए है।
क्या कहते है एसपी
सोमवार को भी पुलिस द्वारा क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया है। घायल नक्सलियों का कुछ पता नहीं चल पाया है। लेकिन क्षेत्रों में झोला छाप चिकित्सक से लगातार संपर्क में है। उन पर विषेष नजर रखी जा रही है। सोमवार को सर्च अभियान के खत्म कर दिया गया है। लेकिन पुलिस क्षेत्र में लगातार नजर बनाए हुए है।
–राजीव रंजन सिंह, पुलिस अधीक्षक, गोड्डा