परिजनों ने लगाया था अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
महागामा रेफरल अस्पताल मेंआबादी स्टील बर्थ में मौत के मामले में शुक्रवार को अनुमंडल पदाधिकारी संजय पांडेय ने मामले के जांच के आदेश दिए है। उन्होंने सिविल सर्जन को पत्र लिख कर इस मामले को जांच कर उचित कार्रवाई करने का भी निर्देष दिया हैं।
उन्होंने बताया कि प्रसूता कैली देवी के पिता ने इस मामले पर जांच करने और उचित कार्रवाई करने की मांग की थी। जिस पर यह अनुषंसा की गयी हैं।
प्रथम दृष्टया यह मामला चिकित्सकों द्वारा लापरवाही करने की बात सही लग रही है। हालांकि अभी जांच के बाद ही कुछ भी कहना संभव होगा।
मालूम हो कि प्रसव पीड़ा होने पर नवलकिशोर साह की पत्नी कैली देवी को महागामा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां पर किसी भी चिकित्सकों या कर्मियों ने ध्यान नहीं दिया।
जिसके कारण नवजात की मौत गर्भ में ही हो गयी। चिकित्सक ने मामले को दबाने के लिए स्टील बर्थ प्रमाणित कर दिया।
बेटे के जगह बेटी दर्ज हुआ प्रमाण पत्र में
लेकिन हद तो तब हो गयी जब मृत पैदा हुए लड़का के बदले अस्पताल वालों ने मृत लड़की का प्रमाण पत्र बना दिया। चिकित्सा पदाधिकारी ने भी प्रमाण पत्र को बिना जाँच के ही सत्यापित भी कर दिया।
जिसके बाद प्रसूता के पिता द्वारा महागामा थाना में शिकायत दर्ज करने पहुंचे। जहां से थाना प्रभारी ने उसे अनुमंडल पदाधिकारी के पास भेज दिया।आश्चर्य की बात तो यह है कि घटना के 72 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक थाना में किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं की गयी है।
हलांकि कुछ मामलों में डाक्टरों के उपर सीधे तौर पर एफ़ाइआर नही होता है जिसको लेकर तुरंत जांच टीम बना दी गयी है ,अब जांच के बाद ही कार्रवाई की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी
इस संबंध में हमने सिविल सर्जन डॉ बनदेवी झा से संपर्क साधने की कोषिष की गयी। लेकिन उन्होंने कॉल रिसिव नहीं किया।