राज्य के अवर सचिव ने विधायक को भेजा पत्र
जिले में इन दिनों शिलान्यास की राजनीति हावी होते जा रही है। यह विडंबना है कि नाम कमाने के होड़ में लोग पार्टी में भी फुट होते नजर आ रही है। एक ही पार्टी के विधायक और सांसद में तानातानी चल रही है। हम बात कर रहे हैं सत्तरूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी जिसका केन्द्र व राज्य दोनों जगहों पर शासन चल रहा है। विगत दिनों जिले में यह चर्चा आम हो गयी कि भाजपा के विधायक ने जिन योजनाओं का शिलान्यास पूर्व में कर चुके थे। उसी योजना का शिलान्यास एक माह बाद स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने भी कर दिया। काफी दिनों तक यह चर्चा आम हो गयी । बात यहां तक पहुंच गयी कि यहां के विधायक भी पार्टी से नाराज चल रहे है।
लेकिन इसी बीच राज्य सरकार द्वारा नया इस पर नया कदम देखने को मिल रहा है। राज्य के अवसर सचिव राजेश कुमार ने विधायक अमित मंडल के नाम पत्र भेजकर बताया है कि बसंतराय प्रखंड में सुस्ती ग्रामीण पेयजल आपूर्ति का नाम परिवर्तित करते हुए बोदरा, सुस्ती पेयजल आपूर्ति कर दिया गया है। योजना में बोदरा गांव का नाम जोड़ा गया है। इस पत्र के कई तरह के कयास लगाए जा रहे है। मालूम हो कि विधायक द्वारा सुस्ती में पेयजल आपूर्ति योजना का शिलान्यास करने के बाद उसी रात में असामजिक तत्व ने शिलापट्ट को तोड़ दिया था। इसके अलावे शिलान्यास के वक्त स्थानीय ग्रामीणों ने भी इसका विरोध किया था। उन लोगों का मांग था कि जब यह योजना बोदरा के लिए है तो इसे बोदरा में क्यों नहीं बनवाया जा रहा है। यहां तक की योजना के नाम में भी बोदरा गांव का कोई चर्चा नहीं किया गया है। विधायक ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को दी। शायद इसके बाद ही सरकार के अवर सचिव ने योजना के नाम में परिवर्तन किया। लेकिन दूसरी ओर विगत 13 फरवरी को उसी जगह पर स्थानीय सांसद ने भी इस योजना का शिलान्यास कर दिया था। सवाल उठता है कि अगर यह योजना राज्य संपोषित है तो इसका वाहवाही सांसद क्यों लेना चाह रहे है?