पहले जैप अब रैप ने डाला है डेरा
एक तरफ सरकार आधी आबादी को स्वालंबन, शिक्षित सशक्त बनाने को लेकर तरह तरह की मुहिम चला रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा भी प्रधानमंत्री अपने भाषणों में बुलंद करते है। लेकिन जिले में यह नारा कितना सफल हो पा रहा है यह वर्तमान हालात से पता चलता है। जिला मुख्यालय से महज सात किलोमीटर दूरी पर स्थिति एक मात्र महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पर पिछले एक वर्ष से पुलिस जवानों हा क्वार्टर बना हुआ है। जहां कौशल विकास प्रशिक्षण से संबंधित औजार होने चाहिए वहां पुलिस जवानों का एके-47 रखा हुआ है।
दो वर्ष पूर्व हुआ है उद्घाटन :
सिकटिया स्थित जिंदल आइटीआई कॉलेज के समीप ही करीब चार वर्ष पूर्व ही महिला प्रशिक्षण संस्थान भवन का निर्माण करा दिया गया। लेकिन मानव बल नहीं होने के कारण इसे शुरू नहीं कराया जा सका। जब भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आयी तो यहां के लोगों ने इस प्रशिक्षण संस्थान की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। दो वर्ष पूर्व मार्च 2016 में सरकार के श्रम एवं नियोजन मंत्री राजपलिवार ने प्रशिक्षण संस्थान का उद्घाटन किया। उद्घाटन के वक्त कई वायदें मंत्री ने भी किया।
बात तो थी कि अगस्त 2017 से ही सत्र चालू हो जाएगा। लेकिन विडंबना तो देखिए विभाग के लेटलतीफी के कारण यह शुरू नहीं हो पाया। इसके ही कुछ दिन बाद मोतिया में आडाणी पावर प्लांट लगाने की सुगबुगाहट शुरू हुई। इसके साथ ही विरोध के स्वर भी आग उगलने शुरू कर दिया। जिला प्रशासन ने जैप दो की एक कंपनी की तैनाती मोतिया क्षेत्र में कर दिया। इसके रहने के लिए महिला आइटीआई भवन दे दिया गया। बात तो थी कि जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरा होने के बाद जैप की कंपनी वापस चले जाएगी। लेकिन आज एक वर्ष बाद भी पुलिस बल के जवान यही अपना डेरा बसाए हुए है।
जानकारी के अनुसार विगत दो माह से रैप(रैपिड एक्शन पुलिस) की भी एक टुकड़ी की तैनाती कर दी गयी है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि जब तक पावर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तब तक जैप व रैप की एक एक कंपनी यही तैनात रहेगी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस प्रकार जिला प्रशासन प्रधानमंत्री के कौशल विकास प्रशिक्षण पर अड़ंगा लगा रहा है।
क्या कहते है पदाधिकारी
अब तक किसी प्रशिक्षण संस्थान की ओर से अब आपत्ति नहीं जतायी गयी है। अगर वहां प्रशिक्षण चल रहा है और शिकायत आती है तो कंपनी के जवान को दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा।
-राजीव रंजन सिंह, एसपी, गोड्डा
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महिला आइटीआई का देखरेख के लिए प्रभारी नियुक्त है। काफी कम संख्या में छात्राओं का नामांकन है। जहां तक पुलिक बल के रहने की तो इसके लिए निर्वतमान उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह को आवेदन दिया गया है। उन्हें बताया गया था कि यहां पर छात्राओं की पढ़ाई प्रारंभ है। लेकिन अब तक यहां से पुलिस बल को हटाया नहीं गया है।
-जयकांत प्रसाद सिंह, जिला नोडल पदाधिकारी, गोड्डा
मैं हूँ गोड्डा से अभिषेक राज की खास रिपोर्ट