गणतंत्र दिवस को लेकर गांधी मैदान में परेड को लेकर कराया जा रहा पूर्वाभ्यास में स्कूली बच्चों को निराशा हाथ लग रही है। करीब दो से ढाई घंटे तक पसीना बहाने के बाद भी छात्र छात्राओं को नाश्ता तक का पैकेट नहीं दिया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा पानी की भी कोई मुक्म्मल व्यवस्था नहीं की गयी है। जिसके कारण छात्र छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्रा निशा, पूजा, पल्लवी, अनिता आदि ने बताया कि अब तक मात्र दो दिन ही नाश्ता का पैकेट दिया गया है। जबकि पिछले कई वर्षों में ऐसी स्थिति नहीं आयी थी। पूर्वाभ्यास के सातों दिन नाश्ता पानी की बेहतर व्यवस्था करायी जाती रही है। वहीं बाल विकास विद्यालय के परेड प्रशिक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि रविवार को भी काफी शिकायत के बाद नाश्ता की व्यवस्था करायी गयी थी। लेकिन सोमवार को छात्र छात्राओं को निराश होकर घर जाना पड़ा। बता दे कि गणतंत्र दिवस को लेकर प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी बैठक आयोजित की गयी थी। लेकिन गणतंत्र दिवस के कई कार्यक्रम को लेकर पहले से ही संशय की स्थिति रही। गणतंत्र क्रीड़ा सप्ताह समारोह हो या फिर सांस्कृतिक समारोह। अधिकतर कार्यक्रम को लेकर आम लोगों के बीच ओहापोह की स्थिति बनी हुई है। सवाल उठता है कि आखिर तैयारी को लेकर बैठक का क्या मतलब रहा। जब परेड में भाग लेने वाले बच्चे ही भूखे लौटे तो?
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