Jharkhand news :मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले व्यवसायी प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) के हरमू स्थित आवास से ईडी (ED) की टीम ने 2 एके-47 राइफल (AK 47 Rifle) बरामद की है। दरअसल, बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने प्रेम प्रकाश के कम से कम 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। इसी छापेमारी के दौरान प्रेम प्रकाश के हरमू स्थित आवास में पिछले कमरे में एक आलमारी में रखा एके-47 राइफल मिला। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भी जब ईडी ने प्रेम प्रकाश के आवास पर छापेमारी की गई थी तब उनके आवास से प्रतिबंधित कंबोडियाई कछुआ मिला था। उस वक्त भी ईडी ने गहन छापेमारी की थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि पिछली छापेमारी के बाद ये हथियार लाए गये थे। शायद, प्रेम प्रकाश को लगा था कि दोबारा छापेमारी नहीं होगी।
बीजेपी ने एनआईए जांच की मांग की
प्रेम प्रकाश के आवास से एके-47 मिलने पर भारतीय जनता पार्टी (झारखंड इकाई) के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव (Pratul Shahdev) ने कहा कि प्रेम प्रकाश के आवास से 2 एके-47 राइफल मिली है। ये काफी गंभीर मामला है। एके-47 राइफल का इस्तेमाल दुनियाभर की सेनाएं करती हैं। आतंकवादियों और नक्सलियों द्वारा भी इस हथियार का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में एक प्राइवेट व्यक्ति के पास से एके-47 राइफल का मिलना निश्चित रूप से ना केवल गंभीर मामला है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा है। प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मामले की जांच ईडी कर रही रही है लेकिन अब इसमें एनआईए (NIA) को भी हस्तक्षेप करना चाहिए।
सांसद निशिकांत दुबे ने बोला हमला
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने भी मामले में तीखा हमला बोला है। उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर लिखा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री जी और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल जी के सहयोगी झारखंड के दलालों के सरग़ना प्रेम प्रकाश जी के यहाँ सूत्रों के अनुसार AK 47 बरामद ईडी ने किया है। यानि वह आतंकवादी व नक्सलियों का सरग़ना है। एनआईए को मामले की जांच करनी चाहिए।
मामले में क्या सरकार की भी मुश्किल बढ़ेगी!
गौरतलब है कि झारखंड की निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल (Pooja Singhal) से जुड़े मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन मामले में प्रेम प्रकाश का नाम सामने आया था। ईडी ने पहले भी प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस वक्त, प्रेम प्रकाश के एक आवास से प्रतिबंधित कंबोडियाई कछुआ मिला था। प्रेम प्रकाश को लेकर कहा जाता है कि उसकी धमक सत्ता के गलियारों से लेकर ब्यूरोक्रेसी के आंगन तक है। अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर ठेका-पट्टा दिलाने तक में प्रेम प्रकाश की अहम भूमिका होती थी। अब, छापेमारी में हथियार मिलने के बाद ना केवल प्रेम प्रकाश की मुश्किलें बढ़ी हैं बल्कि सरकार भी असहज होगी।