इस आपदा की घड़ी में भी कालाबाजारी से नही चूक रहे डीलर।75 बोरियां चावल की,50FCI की खाली बोरी बरामद ।
इस वैश्विक महामारी में एक तरफ जहां पूरे देश मे लोग एक दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ाते नजर आते है,कोई किसी को अनाज पहुंचा रहा तो कोई भोजन करा रहा।मगर कुछ ऐसे भी डीलर हैं जो गरीब जरूरतमन्दों के हक को मारकर अपनी तिजोरी भरने में जुटे हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला देर रात मेहरमा थाना क्षेत्र के अमडांड गांव में एक गोदाम से चावल की खाली बोरियों की कालाबजारी का आया है जो सरकारी बोरियों से निकालकर दूसरी बोरियों में भरकर कालाबाजारी के लिए रखा गया था।गुप्त सूचना के आधार पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सहित प्रखंड प्रशासन द्वारा छापेमारी कर बरामद किया गया।
हलांकि छापेमारी के दौरान कोई वहां मौजूद नही होने की वजह से अनाज किसका है इसकी पुष्टि नही हो पाई।प्रशासनिक स्तर पर गोदाम को सील कर दिया गया है और आपूर्ति पदाधिकारी रविन्द्र सिन्हा द्वारा कानूनी कार्यवाई की बात कही जा रही है।
कुछ महत्वपूर्ण सवाल :
- कहां से आए एफसीआई की खाली बोरियां ?
- प्लास्टिक की बोरियों में भरा गया चावल नमूना क्या कहता है?
- क्या इसी तरह गरीबों की हक मारी होती रहेगी तो प्रशासन मूकदर्शक बना रहेगा ?
- क्यों नही हुई है रात से लेकर अबतक एफआईआर दर्ज?
ऐसे कई सवाल उठना लाजमी है ,तब जब डीलरों पर हर रोज जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही,मामले भी वैसे ही सामने आते जा रहे हैं ।
जब हमारा देश वैश्विक आपदा से गुजर रहा हो राज्य सरकारें गरीबों की पेट भरने में हर संभव प्रयास में हो और दूसरी तरफ कालाबजारी थमने का नाम ले रही हो तो ऐसे लोगों को वैश्विक आपदा के समय आखिर कितने दिनों में कार्यवाई हो सकेगी ?