राजीव रंजन जायसवाल छत्तीसगड़ के अंबिकापुर में आयकर अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। इनकी संदेहास्पद मौत गत 3 जुलाई 2015को अपने आवास में हो गई है। इनकी पत्नी प्रिया रानी जायसवाल का कहना है कि इनके पति के गले में प्लास्टिक की रस्सी लगी थी, तथा इनका पैर जमीन पर था। ऐसी हालत में आयकर अधिकारी के पिता का कहना है कि इनके बेटे को मारकर टांग दिया गया है। इसमें कई बड़े लोग शामिल हैं। इसको लेकर इन्होंने प्रधनमंत्री से लेकर कई पदाधिकारियों के पास फरियाद किया है। विभाग के एक आयकर इंसपेक्टर के अलावे एक चार्टर एकाउटेंट भी धमकी देते रहते थे। आखिर किसकी वह आयकर की फाइल थी, जिसको लेकर मेरे बेटे को धमकी दिया जा रहा था। पुलिस ने उसपर आजतक क्या कार्रवाई की। 12 घंटे तक मेरे बेटे का शव अंबिकापुर में रहने के बाद भी पुलिस ने न बयान लिया न ही घटना स्थल का निरीक्षण किया। छत्तीसगड़ की पुलिस जब इनका घर गोड्डा आई तो इनके मां- पिता से बयान तक नहीं लिया। एक कौरम पूरा कर पुलिस लौट गई। ऐसी हालत में क्या एक आयकर अधिकारी के मां- पिता सहित इनके परिजन को न्याय मिल पाएगा? इनके पिता का कहना है कि मेरे बेटे ने उस दिन सबेरे छह बजे का एलार्म लगाया था कि अगले दिन कमीश्नर साहब के साथ बैठक करनी है, तो फिर फांसी लगाने की बात कहां से आती है। छोटी बेटी की जिंद पर अगले दिन बाजार से अच्छा आम लाकर खिलाने की बात भी बेटा मेरी पाेती को बोले थे।
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