नगरनिकाय चुनाव को लेकर चुनावी प्रक्रिया तो शुरू हो गयी है। भले ही चुनावी प्रक्रिया में चुनाव चिन्ह के वितरण के बाद प्रचार प्रसार शुरू होगा। लेकिन सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच घमासान मचा हुआ है। सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाटसप अन्य साइटों पर लोग ग्रुप और पेज बनाकर एक दूसरे विरोधी खेमा पर वाक युद्ध कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस, भाजपा व दो निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच के समर्थक एक दूसरे से शब्द का बाण चला रहे हैं। जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अजीत सिंह हैं । वे दो टर्म से नगर परिषद अध्यक्ष के सीट पर बने हुए थे , विरोधी खेमा के समर्थक दस साल का हिसाब मांग रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ध्यान कुमार झा के समर्थक अपने अच्छी नेतृत्व क्षमता का पाठ पढ़ा रहे हैं।
सोशल मीडिया के समर्थकों के वाक युद्ध में निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक भी पीछे नहीं हैं।आजसू पार्टी के भी उम्मीदवार बच्चू झा के समर्थक ताबड़तोड़ जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अपनी प्राथमिकता को बता रहे हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थक तो तरह तरह के स्लोगन लगा कर फेसबुक पर फॉलोवरों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं । इतना ही नहीं विभिन्न पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थक ऑनलाइन सर्वे करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। इसमें वोट पोल, पसंदीदा उम्मीदवार ऑनलाइन चुनने का क्रेज भी काफी अधिक है।
लाइक कमेंट देखकर वोटरों के देखे जा रहे रुझान !
कई प्रत्याशी तो सिर्फ लाइक कमेंट शेयर देखकर अपने वोटरों की संख्यां तक का आकलन कर रहे हैं ,सोशल मीडिया पर चुनावी पोल पर प्रतिशत देख तो लोग अपनी जीत भी सुनिश्चित कर ले रहे हैं ,सूत्रों की माने तो यहाँ हर खेमे में कई प्रशांत किशोर नजर आ रहे हैं ,जो आईटी शेल की तर्ज पर अपना काम ठेका के रूप में ले रखा है !जहाँ पर तरह तरह के स्लोगन और बैनर तैयार हो रहे हैं ,उनलोगों का एक टीम भी है जिसके द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर रणनीति पर चर्चा हो रही है ,और किधर ?किसको ? कहाँ जाना कहाँ आना है ये तय होता है !हलांकि कई प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो अपनी विरादरी के लोगों की फौज तैयार कर सोशल मीडिया पर नजर बनाने और अपने पोस्ट को लाइक कमेंट बढ़वाने का निर्देश दे रहे हैं !
फेक अकाउंट बनवाकर किया जा रहा है वार
इस चुनाव के करीब आते ही कई फेसबुक पर फेक आईडी भी बनकर तैयार है ,जिसे ये दिशा निर्देश है की सिर्फ विरोधियों पर वार करते रहें ताकि किसी दुसरे दल के लोग हमपर हावी न हो जाय ,फेक अकाउंट बनाने का मकसद ये है की किसी को कमेंट करने के चक्कर में व्यक्तिगत कोई छति न हो और ज्यादा से ज्यादा लाइक भी बढ़ सके !
सोशल मीडिया के द्वारा राजनीति की बयार तो बहने लगी है ,लेकिन क्या अब आने वाले दिनों में सोशल मीडिया के जरिये ही वोटिंग भी हो सकेगी ये तो आने वाला वक्त बतायेगा !
मैं हूँ गोड्डा टीम