शहीद श्रवण के अंतिम दर्शन में उमड़ा जन सैलाब डोकलाम में हुए शहीद श्रवण उरांव की पार्थिव शरीर आज सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा! गोड्डा जिला के सीमा क्षेत्र से ही गोड्डा पुलिस शव वाहन के आगे-आगे गांव पहुंची.
शहीद की अनुवाई करने के लिए महागामा के एस डी ओ और एस डी पी ओ पहले से ही मौजूद थे!
गांव के पहले खरखोदिया स्कूल के बच्चे हाथों में फूल लिए शहीद के सम्मान में खड़े थे!
गांव का नज़ारा मेला में तब्दील हो चुका था! हरेक इंसान शहीद का एक झलक पाने को बेताब था!
पूरा का पूरा जनसैलाब उस समय स्तब्ध रह गया जब 6 साल की बेटी अपने पिता के शव से लिपट कर एक बार उठने के लिए गिड़गिड़ाते हुए रो रही थी!
उस दृश्य को देख कर पत्थर भी पिघल जाता! उस मासूम के सवालों का जवाब किसी के पास नही था! उससे छोटा उसका भाई अपने बहन और माँ को रोता देख कलप रहा था शायद उसे जीवन और मौत की सच्चाई का इल्म ही नही था!
शहीद की बेवा के आंखों की आंसू सूख चुके थे!
दर्द की पराकाष्ठा तो तब हो गयी जब इस बात की जानकारी मिली कि उसके पेट मे एक बच्चा पल रहा हैं जिसे ये नही मालूम कि जन्म के पहले उसका पिता वीरगति प्राप्त कर इस संसार को सदा के लिए छोड़ कर चले गए है!
महगामा विधायक भी सुबह से ही मौजूद थे! दोपहर बाद सेना के जवानों ने अंतिम सलामी दी!
इस अवसर पर सेना के अधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ-साथ कई जनप्रतिनिधियों ने भी अंतिम विदाई दी!
#मैं हूँ गोड्डा -maihugodda.com की ओर से शहीद की शहादत को श्रद्धाजंलि और उस धरती और उस जननी को नमन जिसने ऐसा लाल जना!
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