गोड्डा जिला के महगामा थाना क्षेत्र के नयानगर गाँव के गंगटा मोहल्ला में आज सड़क किनारे खेल रहे 6 साल के बच्चे मुज़फ्फर खान, पिता- मो.आशिफ खान की सड़क दुर्घटना में घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. सवारी गाडी गाँव के ही जिला पार्षद की थी जिस कारण दबाव बना कर मामले को निपटा दिया गया. गाँव वालों ने पंचायती करके उस मासूम बच्चे की जान की कीमत महज 90 हज़ार लगा कर मामले को रफा-दफा कर दिया. पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति करके शव को सदर अस्पताल पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए भेज दिया. मृतक के बड़े चाचा ने बताया की मामला पैसे ले-दे कर ख़त्म कर लिया गया है. सवाल ये है की क्या पैसे वाले पैसे की ताकत से ऐसे ही गरीबों को रौंदते रहेंगे?
Check Also
What Is PFI: पीएफआई क्या है, कैसे पड़ी इसकी नींव?क्यों हो गया बैन,जाने सबकुछ ।
पीएफआई पर क्या आरोप हैं? पीएफआई क्या है? पीएफआई को फंड कैसे मिलता है? क्या …