फैक्ट्री में तैयार होता था महंगी विदेशी शराब
-शराब की बोतलों पर लगाया जाता था सरकार का होलोग्राम
नगर थाना क्षेत्र के पांडुबथान में फिर अवैध विदेश शराब का फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है। एसडीपीओ अभिषेक कुमार के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार को दोपहर में गुप्त सूचना के आधार पर भट्टू मंडल के घर पर छापा मारा। जहां पुलिस को अवैध विदेश शराब का मिनी फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। पुलिस को घर से अवैध शराब बनाने का सामान भी मिला है। इसमें मिनिरल वाटर, स्प्रीट, विदेश शराब की बोतलें, स्टीकर आदि शामिल है। जिससे विदेशी शराब बनाया जाता था।
सबसे चौकाने वाली बात यह है कि विदेश शराब को तैयार कर उस पर झारखंड सरकार का होलोग्राम भी लगाने का स्टीकर बरामद हुआ है। इधर पुलिस की भनक लगते ही शराब बनाने वाले आरोपी फरार हो गए है। पुलिस के अनुसार यह शराब की फैक्ट्री एक भाड़े के मकान में चलती थी। मकान मालिक का नाम भुट्टू मंडल है। जो विगत वर्षों से हत्या के आरोप में जेल में बंद है। घर में कोई भी लोग नहीं मिले है। पुलिस को 15 पेटी तैयार किया गया दुप्लीकेट शराब भी बरामद किया है। साथ ही काफी अधिक संख्या में शराब की बोतलें, स्टीकर, सील करने का मशीन भी बरामद किया है। सूत्रों की माने तो पुलिस काफी पहले ही इस अवैध शराब फैक्ट्री सूचना थी। पुलिस को सही मौके की तालाश थी। जिसके बाद ने गुप्त सूचना की सच्चाई को भी पता लगाया। जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की है।
नाक के नीचे शराब माफिया लगा रहे सेंध :
अगर जिले में अवैध विदेश शराब की फैक्ट्री की बात करें तो इसमें शराब माफिया ने पुलिस का जीना हराम कर रखा है। इसके पूर्व दो माह पहले भी इसी गांव से विदेशी शराब घर में ही बनाए जाने का मामला सामने अया था। जहां पुलिस ने छापेमारी भी की थी। इसके अलावे घाट बंका में भी इस तरह की मिनी फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। जहां इसी प्रकार का विदेश शराब तैयार किया जा रहा था।
मुख्यालय से महज पांच से छह किलोमीटर की दूरी पर ऐसी शराब की फैक्ट्री से माफिया सेंधमारी कर रहे है। इसके पूर्व मुख्यालय में ही गंगटा मोहल्ले में विदेश शराब का अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था। लगातार जिले में आ रहे मामले से यह स्पष्ट होता है कि शराब माफिया इस क्षेत्र में काफी सक्रिय है। जो पुलिस को चकमा देकर अपना गोरखधंधे को फल फाल रहे है। इसमें मिनिरल वाटर का बीस लीटर वाला ड्रम मिला है। इस क्षेत्र में तीन चार कंपनी का वाटर प्लांट भी है। अगर पुलिस इस आधार पर छानबीन करती है तो सीधे आरोपी तक पहंुचने में सहुलियत होगी। पूर्व में जब ऐसी फैक्ट्री का खुलासा हुआ था तब शराब की दुकान प्राइवेट लोग भी चला सकते थे। लेकिन विगत माह से शराब का दुकान सरकारी होने के साथ लगा कि इन गोरखधंधों पर विराम लग जाएगा। लेकिन इसके बावजूद इस तरह के धंधे जिले में बेहतर तरीके से फल फुल रहे है। सरकारी शराब दुकानदार और माफियाओं के मजबूत गठजोड़ ने इस अवैध धंधे को आगे बढ़ा रहे है।
क्या कहते है एसडीपीओ :
इस बाबत एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि पांडुबथान में अवैध विदेशी शराब फैक्ट्री में छापेमारी की गयी है। इसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की छानबीन की जा रही है।