राघव मिश्रा/प्यार की ना कोई सीमा होती है ना बंधन और न ही कोई सरहद। इस कहावत को सही साबित किया है साउथ अमेरिका (इक्वाडोर) की सुशाना विल्लाग्रन मुन्नाज और नॉर्थ इंडियन के गोड्डा शास्त्री नगर के निवासी शरद चन्द्र साह ने!
दोनों ने बुधवार को हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर ली। डेढ़ वर्ष पहले शरद चन्द्र की मुलाकात सुशाना से अमेरिका में ही हुई थी ।शरद अपने एक प्रोजेक्ट के काम के लिए गए थे जहां पर एक जन्मदिन की पार्टी हो रही थी वहीं शरद और सुशाना की पहली नयन मटक्का हुई । धीरे- धीरे दोनों में बातचीत बढ़ी फिर दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई।
सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब करता है शरद चंद्र तो फिजियोथेरेपिस्ट है सुशाना :
भारत के जम्मू में रहकर प्रारंभिक पढ़ाई करने के बाद शरद बीआईटी मेसरा से एमटेक की पढ़ाई पूरी की फिर शरद की नौकरी हुवाई कम्पनी में शॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में हुई ,जिसके बाद शरद अमेरिका चला गया और वर्तमान में अमेरिका के मैक्सिको में रहकर अपनी नौकरी कर रहा है,सुशाना भी पहले से साउथ अमेरिका के इक्वाडोर में रहकर पढ़ाई कर रही थी ।
सुशाना मेडिकल साइंस के अलावा फिजियो थेरेपिस्ट की भी पढाई की है ।सुशाना की बहन और जीजाजी मिलकर एज इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी चलाते हैं ,जो एक जन्मदिन की पार्टी में अपने काम को कर रहे थे वहीं सुशाना भी मौजूद थी,अपने प्रोजेक्ट के काम के सिलसिले में शरद भी वहीं पहुंचा था जहां सुशाना और शरद की पहली मुलाकात हुई ,इससे पहले दोनो एक दूसरे को नही जानते थे ।
डेढ़ वर्ष तक दोनों की मुहब्बत चली इसी बीच सुशाना ने भारत आने की इक्षा जताई और शरद ने सुशाना को लेकर भारत आ गया जहां शरद ने जैसलमेर में सुशाना के साथ कुछ दिन बिताए फिर परिवार के ही किसी रिश्तेदार की शादी में जयपुर (राजस्थान)जाना हुआ जहाँ सुशाना भी गई और उस शादी को देख सुशाना इतनी प्रभवित हुई कि उसने कहा डाला कि हमदोनो भी इसी तरह हिन्दू रीति रिवाज के शादी करेंगे ।
दोनो के परिवार वालों का मिला साथ
शरद ने जब अपने माता-पिता को सुशाना के बारे में बताया तो उन्होंने सुशाना की तश्वीर देखकर हामी भर दिया ।और आज माता-पिता खुश हैं कि घर मे विदेशी बहु आई है। उधर भारत से लौटकर सुशाना ने भी अपने परिवार वालों से शरद को मिलवाया और उन्हें भी शरद पसन्द आ गया ।
कैथलिक क्रिश्चन होने के बाद भी हिन्दू रीति रिवाज से की शादी
सुशाना का पूरा परिवार कैथलिक क्रिश्चन है और शरद एक हिन्दू परिवार का लड़का ,सात फेरों के लिए धर्म की दीवार आ सकती थी लेकिन सुशाना और शरद के प्यार ने दोनो परिवार वालों को एकसाथ मिला दिया और दोनो ने गोड्डा स्थित अग्रसेन भवन से हिन्दू रीति रिवाज से ब्याह रचा ली ।
चूंकि सुशाना को पहले ही हिन्दू रीति रिवाज की शादी पसन्द आ गई थी इसलिए शादी के सभी रश्म हिन्दू रीति रिवाज से किया गया,सुशाना की पसन्द थी इस रिवाज से शादी करना तो सुशाना के घर वालों ने भी मान लिया जिसके बाद बुधवार की रात को गोड्डा में शादी समारोह हुआ।
शरद के पिता शंकर साह चाहते हैं कि उनकी बहू हिंदी बोले। उन्होंने कहा,”शादी के बाद दोनो पक्ष बेहद खुश हैं। मैं चाहता हूं कि जब मेरी बहू को हिंदी का अच्छा ज्ञान हो जाए तो वह हिंदी में बोले।आगे उन्होंने हमें बताया कि ये शादी लव कम अरेंज है ,चूंकि मेरे बेटे के साथ सुशाना का अफेयर था और जब दोनो परिवार वालों को जानकारी मिली तो हमसभी ने मिलकर इस दोनो जोड़ी के प्यार को एक रिश्ते में बदल दिया ,आज सभी खुश हैं ।
सुशाना ने शादी के बाद कहा, ”भारत एक खूबसूरत देश है। यहां आना अद्भुत होता है। मुझे भारत की संस्कृति अच्छी लगती है और मैं यहां आकर खुश हूं। मुझे भारत के इतिहास और यहां की विरासत में शुरु से ही रुचि रही है।” वहीं सुशाना के पिता ने कहा,” हिंदू धर्म एक बहुत पुराना धर्म है और यह बहुत सुंदर है। मैं यहां आकर बहुत कुछ सिख रहा हूं। यहां मेरा अब रिश्ता हो गया हो गया है।
अमेरिका से भी शादी समारोह में पहुंचे मेहमान
सरहद पार से आई एक हसीन लड़की ने जब गोड्डा के शरद पर दिल कुर्बान कर शादी रचाई तो इस शादी में शरीक होने अमेरिका से शरद के दोस्त एवं सुशाना के परिवार वाले एवं अमेरिका से गोड्डा तक का सफर पूरा किया ।हालांकि शरद का कहना है कि कुछ लोग और आना चाहते थे लेकिन वीजा नही मिलने के कारण वो नही पहुँक सके ।।
धूम-धाम से हुई दोनों की शादी :
अग्रसेन भवन में दो देशों के प्रेमी जोड़ो की शादी काफी धूमधाम तरीके से हुई। अब जब भारत और अमेरिका के प्रेमी युगल के बीच शादी हो रही थी तो अमेरिका मिलावट तो होनी ही थी। वरमाला होने के बाद दोनों प्रेमी जोड़ों ने अंग्रेजी गानों पर कपल डांस भी किया। इसके साथ ही हिन्दू रिवाज के अनुसार मंडप पूजन के बाद शरद चंद्र ने सुशाना के मांग में सिंदूर भी डाली और सुशाना ने भी अग्नि को साक्षी मान कर सात फेरा लेकर सात वचन निभाने की कसम खायी।
मैक्सिको में रहेंगे नवविवाहित जोड़े :
शरद चंद्र ने बताया कि अब वे दोनों मैक्सिको में रहेंगे जहां पर वह एक सॉफ्टवेयर बनाने वाली हुवाइ नामक कंपनी में काम करता है। बताया कि सुशाना विल्लग्रन मुन्नाज मेडिकल साइंस की पढ़ाई की है। एवं फिजियो थेरेपिस्ट की भी पढाई पूरी कर ली है।
गुरूवार को देसी परंपरा भी देखने को मिला। शादी के बाद गुरूवार की सुबह वह दोनों देवघर स्थित बाबाधाम ज्योर्तिलिंग के दर्शन करने भी किए। वही बासुकीनाथ आकर फौजदारी बाबा का दर्शन किया।