किया होता सड़क अधिनियम का पालन तो नहीं जाती जान ।
घटना दुर्घटना पर किसी का जोर नहीं ,मगर सावधानी से ही बचाव संभव ।
अजित सिंह/एक माता पिता के लिए सबसे बड़ा दुःख का पहाड़ वो वक्त होता है जब पिता अपने जवान बेटे की मौत होते हुए देखता है और वो भी तब जब दो माह बाद बेटे के सर पर शेहरा सजने वाली हो ,सदर असपताल के इमरजेंसी वार्ड के बरामदे में जमीन पर बेटे के शव के पास दहाड़ें मारकर रोता हुआ वो अभागा पिता है जिसने अपने जवान बेटे को खो दिया ,बिट्टू भगत नामक युवक की रविवार की देर शाम गोड्डा भागलपुर मार्ग पर दो बाईक की आमने सामने टक्कर में दर्दनाक मौत हो गयी ,जबकि बिट्टू के पीछे बैठा उसका भाई शुभम की भी हालत गंभीर है जिसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया है .दरअसल बिट्टू भगत और शुभम दोनों गोड्डा सीमा से सटे बिहार के पंजवारा के रहने वाले थे .देर शाम दोनों एक बाईक से गोड्डा अपनी मोबाइल दूकान के लिए कुछ खरीददारी करने आ रहा था .मोतिया ओ पी थाना क्षेत्र के समीप सिकटिया आई टी आई के पास विपरीत दिशा से जा रही एक दुसरे बाईक से आमने सामने जोरदार टक्कर हो गयी .बिट्टू के परिजन ने बताया कि बिट्टू ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि भाई शुभम और दुसरे बाईक सवार नाजुक स्थिति में सदर अस्पताल पहुंचाया गया ,जहाँ से बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया .भागलपुर जाने के क्रम में दुसरे बाईक सवार की भी मौत हो गयी ।
पहनी होती हेलमेट तो नहीं जाती शायद जान :डॉक्टर
इधर घटना के बाद सदर अस्पताल में जिन्होंने तीनो की जांच की
उन चिकित्सक डॉक्टर प्रदीप सिन्हा के अनुसार तीनो को हेड इंजुरी थी .बिट्टू की मौत हेड इंजुरी की
वजह से ही हुई जबकि गंभीर दोनों जिनको रेफर किया गया उन्हें भी /डॉक्टर ने भी कहा अगर सर पर हेलमेट होती तो शायद इनकी जान नहीं जाती और स्थिति
इतनी गंभीर नहीं होती ।
जून में हुई सगाई नवम्बर में थी शादी ।
बिट्टू की सगाई जून माह में हुई थी और नवम्बर में गोड्डा के
बसंतराय में उसकी बारात आने वाली थी .घर मे बड़े बेटे होने के कारण बिट्टू के ही ऊपर घर की भी जिम्मेदारी थी,बिट्टू की दो बहनों की शादी हो चुकी है,एक छोटा भाई है जो अभी पढाई कर रहा है।
बिट्टू ने भी ग्रेजुएशन कम्प्लीट कर लिया था अब उसकी शादी होने ही वाली थी कि जान गंवा बैठा ।
काश बिट्टू ने हेलमेट पहना होता तो शायद जान बच सकती थी.मैं हूँ गोड्डा अपने दर्शकों से ये अपील करना चाहती है जब भी सड़क पर वाहन का प्रयोग करें सडक के नियमो
का जरुर पालन करें ताकि आपके परिजनों को बिट्टू के परिजनों जैसा तकलीफ का सामना नही करना पड़े ।