महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह के ऊपर लग रहे आरोप पर खुद दीपिका पांडे सिंह ने बयान जारी किया है बयान में पुलिस एशोसिएशन के आरोपों को बेबुनियाद एवं निराधार बताई है ।दीपिका पांडे सिंह ने लिखी है कि
पुलिस मैनुअल में स्पष्ट उल्लेखित है कि लिखित शिकायत देने पर थाना में प्राथमिकी दर्ज की जानी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने पर मैंने अपने गृह क्षेत्र महागामा थाना में लिखित आवेदन दिया तो थाना प्रभारी की ओर से घंटों टालमटोल किया गया। जनप्रतिनिधि के साथ सामान्य व्यवहार के मर्यादा का भी पालन नहीं किया गया। गलत कार्यों का विरोध करना कहां से असंवैधानिक है। कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता पुलिस के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करता है। लॉकडाउन के अनुपालन और कोरोना आपदा में पीड़ित परिवारों को राहत दिलाने में कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सेवाभाव के साथ जनसेवा में लगा हुआ है। पुलिस मेंस एसोसिएशन के आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं।
– दीपिका पांडेय सिंह, विधायक, महागामा।
जानकारी के अनुसार मामला सोनियां गांधी के ऊपर अभद्र टिप्पणी करने वाले पत्रकार पर जब विधायक दीपिका थाने पहुंची थी तो मुकदमा दर्ज करने में हुई देरी पर उन्होंने सवाल की थी इसको लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया ,जिसके बाद पांच थानों से थाना प्रभारी सहित कई पुलिस कर्मियों ने अपने तबादले की मांग गोड्डा एसपी से की थी ।
हलांकि इस मामले में झारखण्ड पुलिस एशोसिएशन एवं जिला पुलिस एशोसिएशन ने भी संज्ञान लिया था और विधायक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग उठाई थी ।
इस संबंध में विधायक दीपिका पांडे सिंह का कोई पक्ष नही मिल पाया था लेकिन आज उन्होंने इस विषय पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि नियमों के मुताबिक कहाँ तक सही है?
उन्होंने यह भी कही की मेरा कोई कार्यकर्ता किसी की पैरवी नही करता और कोंग्रेस का एक एक कार्यकर्ता इस वक्त वैश्विक आपदा में लोगों के सहयोग में जुटा हुआ है ।
उन्होंने पुलिस एशोसिएशन के आरोपों के एक सिरे से नाकार दी है और लिखी है कि सभी आरोप बेबुनियाद एवं निराधार है ।