विकास या सियासत….
गोड्डा जिला में पहले से ही शिलान्यास की राजनीति चलती आ रही है. कई बार एक ही जगह बार-बार शिलान्यास हुई तो कई बार एक ही योजना का कई लोगों ने शिलान्यास किया. सभी जनप्रतिनिधि शिलापट्ट पर अपना नाम देखना चाहते है चाहे योजना धरती पर उतरे या नहीं! 1990 में किया गया ब्लड बैंक का शिलान्यास वैसे का वैसे रह गया तब 2015 में पुनः शिलान्यास हुआ और अब जाकर निर्माण कार्य हो रहा है. गोड्डा की धरती तो वो इतिहास लिख चुकी है जो शायद आज तक आज़ादी के बाद भारत में नहीं हुआ होगा! 2013 में राष्ट्रपति जिंदल पावर प्लांट का शिलान्यास किये थे लेकिन आज ये प्रोजेक्ट खटाई में है.
इसी कड़ी में आज पोड़ैयाहाट विधानसभा में प्रस्तावित त्रिवेणी बेयर का भी पुनः शिलान्यास विधायक प्रदीप यादव ने किया जबकि इसी बेयर का शिलान्यास गोड्डा में विकास मेला में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ऑन लाइन किया था. इस शिलापट्ट में तिथि भी 31 मार्च 2016 अंकित है.
इस बेयर के निर्माण से सिंचाई की सुविधा बढ़ेगी लेकिन पिछले कई साल से ये प्रोजेक्ट राजनीति का शिकार होते रहा. सांसद निशिकांत दुबे पर इसी जगह हमला भी हुआ था जब वे इंजीनियर को लेकर वहां पहुंचे थे.इस बात को आज गोड्डा में सांसद निशिकांत दुबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
खैर आगे जो भी हो लेकिन विकास के लिए सियासत हो तो ठीक है लेकिन इसका खामियाजा जनता को न भुगतना पड़े यह ध्यान जरूर रखना चाहिए!