- तीन पदों के बोझ तले दबे पदाधिकारी जनसमस्याओं के प्रति संवेदनहीन
- प्रखंड दिवस के दिन भी कार्यालय में नहीं बैठते पदाधिकारी
बसंतराय/इस प्रखंड की जनता पदाधिकारियों की मनमानी के कारण भारी परेशानी का सामना कर रही है। जाति, आय, निवासी आदि प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी लोगों को महीनों तक प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटने के लिए विवश होना पड़ रहा है। पदाधिकारियों की मनमानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रखंड दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार के दिन भी कार्यालय में बैठना पदाधिकारी मुनासिब नहीं समझते हैं ।
दरअसल, यह प्रखंड सरकार की उपेक्षा का भी शिकार रहा है।
सरकार की उपेक्षा के कारण इस प्रखंड में पदाधिकारियों की काफी कमी है। यहां पदस्थापित अंचल अधिकारी मुंशी राम के जिम्मे प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का भी प्रभार है। तीन विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के बोझ तले दबे अंचल अधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति उदासीन बने हुए हैं। प्रखंड दिवस के दिन भी पदाधिकारी कार्यालय में समय देकर जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति रुचि नहीं ले रहे हैं।
बीते मंगलवार को प्रखंड दिवस के अवसर पर अंचल अधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने कार्यालय से नदारद रहे। इधर जाति एवं आय, निवासी प्रमाण पत्र के लिए तत्काल आवेदन करने वाले अभ्यर्थी अंचल अधिकारी का हस्ताक्षर कराने के लिए परेशान रहे। इस संवाददाता ने अंचल अधिकारी मुंशी राम से जब दूरभाष पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वह कृषि चौपाल की बैठक में हैं। इस बैठक से निकलने के बाद वह फिल्ड चले जाएंगे। कार्यालय में बैठ पाएंगे या नहीं, यह निश्चित नहीं है।
प्रखंड दिवस के दिन भी प्रखंड के सिर्फ पदाधिकारियों का कार्यालय में नहीं बैठना सरकार के आदेश का सरासर उल्लंघन समझा जा सकता है। मालूम हो कि जनता की समस्याओं के थोड़ी समाधान के लिए झारखंड सरकार द्वारा प्रखंड दिवस के दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय में पदाधिकारियों का बैठना अनिवार्य किया गया है। लेकिन विडंबना यह है कि बसंतराय के पदाधिकारी सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। पदाधिकारियों की मनमानी के कारण जनता में असंतोष गहराता जा रहा है।