गोड्डा समाहरणालय के समक्ष आज जिला भर के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों ने एक दिवसीय धरना दिया और अपनी मांग को रखा. दिसंबर 2015 में चुन कर आये ये प्रतिनिधि आज अपने अधिकार के लिए प्रयासरत है. सबों ने सरकार को दोष दिया. झारखण्ड सरकार और रघुवर दास पर इन लोगों ने जम कर निशाना साधा. सभी जिला परिषद सदस्य,सभी प्रमुख,पंचायत समिति सदस्य, मुखिया और ग्राम पंचायत के वार्ड सदस्य उपस्थित थे. जिला परिषद सदस्य सुरेंद्र मोहन केशरी ने कहा की आज उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंप रहे है अगर मांग नहीं मानी गयी तो रांची में भूख हड़ताल पर बैठेंगे!
“इस धरना में भले महिलाएं भी आई हुई थी लेकिन उन्हें दिशा निर्देशित उनके पतिदेव ही कर रहे थे. राह चलते एक व्यक्ति ने कटाक्ष करते हुए कहा की घर में अधिकार देते ही नहीं है और आये हुए है पत्नी के लिए अधिकार मांगने, बिना जवाब दिए कशमसा कर निकल लिए!”