ब्लैक में शराब मिलने से शराबियों की पॉकेट हुई ढीली
होली पर्व की शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर एक तरफ जिला प्रशान बैठक पर बैठक करता रहा। शांति समिति की बैठक हुई। सबसे अहम फैसला हुआ कि होली में शराब की दुकानें बंद रहेंगी। जिससे शराबियों के हुड़दंग मचाने पर पाबंदी लगायी जा सके। वही डीजे साउंड पर भी पाबंदी लगाने का फैसला लिया। जिलेवासियों के लिए यह कोई नया फैसला नहीं था। लेकिन प्रत्येक वर्ष के अपेक्षा इस वर्ष शहर में जमकर डीजे बजाया गया। पुलिसिया व्यवस्था धरी की धरी रह गयी और युवा जमकर डीजे की धुन पर नाचे। शहर में अलग अलग हिस्सों में छिटपुट घटनाएं भी हुई। लेकिन कोई भी मामला थाना तक नहीं पहुंचा। इस वर्ष भी पुलिसिया व्यवस्था सिर्फ डंडा चमकाने में ही व्यस्त रह गयी। जिसके कारण शांति समिति की बैठक में लिए गए फैसले का उल्लंघन भी हुआ। पुलिस की पेट्रोलिंग घुमती रही और डीजे फुल साउंड में बजता रहा। शहर के बुद्धिजीवियों की माने तो डीजे मालिकों पर पुलिस द्वारा नहीं कसे जाने पर ही इस तरह खुले आम डीजे बजाया जा रहा था। अगर होली के पूर्व ही सभी डीजे मालिकों को नोटिस भेज कर इस बात को लेकर आगाह कर दिया जाता तो शायद डीजे मालिक अपना साउंड बॉक्स भाड़े पर नहीं लगाते। पिछले वर्ष होली में कई डीजे को जब्त कर लिया गया था। जिसके बाद डीजे मालिकों के बीच हड़कंप मचा था।
ब्लेक में बिका मदीरा, शराबियों की हुई पॉकेट ढीली :
सरकार द्वारा शराब का दुकान चलाने के बाद पहली बार होली मनायी गयी। इस वर्ष नया यह था कि शराब की दुकान की चाभी सरकार अपने हाथ में रखी हुई थी। लेकिन शराब के शौकिनों ने भी होली के पूर्व ही अपना अपना स्टॉक लेकर रख लिया था। उत्पाद विभाग के मापदंड को ताख पर रख कर शराब दुकान बंद होने के पूर्व ही जमकर बेची गयी। होली के पूर्व 28 फरवरी की शाम तक सरकारी शराब दुकान पर देर रात तक भीड़ देखी गयी। शहर में विभाग द्वारा दो शराब की दुकान खोली गयी है। एक सरकंडा के तियोडीह के पास तो दूसरा गंगटा मोहल्ले में। इन दोनों जगहों पर शराबियों की भीड़ जमी रही। लोग लाइन में लग कर अपने स्टॉक के मुताबिक शराब लेते रहे। इसका खामियाजा होली के दिन भुगतना पड़ा। सूत्रों की माने तो कुछ लोग शराब का अधिक स्टॉक लेकर ब्लेक कर रहे थे। दुगुना तिगुणा दामों में शराब की बिक्री हो रही थी। इसी दौरान इस बात की भनक नगर थाना पुलिस को लगी। जिसके बाद नगर थाना ने युवक को हटिया चौक से पकड़ कर ले भी गयी। सूत्र बताते है कि कुछ देर बाद मामला को रफा दफा कर दिया गया।