जैसा कयास लगाया जा रहा था उसी के अनुरूप आज झाविमो ने गोड्डा नगर परिषद के चुनाव के मद्देनजर अध्यक्ष पद के लिए अपने समर्थन देने की रणनीति को स्पष्ट कर दिया। झाविमो के प्रधान महासचिव सह पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने इस चुनाव में अपनी पार्टी के स्टैंड को क्लियर कर दिया।
भाजपा को छोड़ कर सभी दल से किसी भी तरह का मतभेद नही है। सभी विपक्ष में ही है और सबों के साथ आगामी चुनाव में तालमेल भी होना है इसीलिए किसी से दोस्ती या दुश्मनी क्यों!
उपाध्यक्ष के लिए उनकी पार्टी का प्रत्याशी है जिनके लिए वो वोट भी मांगेंगे लेकिन अध्यक्ष के चुनाव में गठबंधन से किया किनारा। किसी पार्टी या उम्मीदवार को डायरेक्ट समर्थन नही देने के पीछे भी कोई बड़ा कारण भी होगा क्योंकि इस मुद्दे पर सभी कार्यकर्ता एक नही हो पाते। सबों की प्राथमिकता अलग-अलग थी जिस कारण विवाद हो सकता था या फिर जबरदस्ती थोपने पर विरोध या भितरघात की भी संभावना थी।
स्थानीय चुनाव में पार्टी के लिए भी एक समस्या थी कि कोई पार्टी पसंद की थी तो कोई उम्मीदवार भी पसंद का है इसीलिए एक कूटनीतिक चाल का सहारा लेकर सारे विवाद का एक पल में निष्पादन कर दिया। जिसको जिसे समर्थन देना है दे दो बस भाजपा को हराने वाला होना चाहिए।
“भाजपा को हरा कर जो भी जीतेगा चाहे वो दल का प्रत्याशी हो या निर्दलीय बाद में उसपर झाविमो का भी लेबल चढ़ा रहेगा”
अभिजीत तन्मय