नए पुलिस कप्तान को दी अपराधियों ने चुनौती
एक और जहां रांची में गोड्डा के नए एसपी की पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी वहीं दूसरी और अपराधियों ने गोड्डा जिला के देवदाड़ थाना क्षेत्र के सियरकटिया में दो व्यापारियों से दो मोटरसाइकिल एवं नकदी छीनकर पुलिस प्रशासन के समक्ष चुनौती दे डाली है।जिले में एक माह में दूसरी घटना है ।अभी पहली घटना डुमरिया के पास बीच सड़क पर वाहनों से लूट का उद्भेदन हो भी नहीं पाया था कि अपराधियों ने दूसरी घटना को अंजाम दे दिया है। देखना है कि पुलिस कब तक इस घटना पर से पर्दा उठा पाती है । फिलहाल घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ अभिषेक कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। हर संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। यह क्षेत्र सुंदरपहाड़ी से सटा हुआ है और अपराधियों के लिए सेफ जोन है।जहाँ एक समय नक्सलियों का पनाहगार रहा है ऐसे में ऐसी घटना में नक्सलियों की मौजूदगी से इंकार नही किया जा सकता !
क्या है घटना
देवडांड़ थाना क्षेत्र के सियरकटिया के पास अपराधियों ने दामा हाट से लौट रहे दो दुकानदारों को पिस्तौल की नोक पर दो मोटरसाइकिल और नगदी छीन ली । दुकानदारों द्वारा विरोध करने पर अपराधियों ने पत्थर एवं पिस्तौल की बट से मारकर हरिपाल एवं उसके छोटे भाई दीपक पाल को मारकर घायल कर दिया । जहां हरिपाल की स्थिति गंभीर बनी हुई है। गोड्डा सदर अस्पताल में इलाज के बाद भागलपुर रेफर कर दिया गया है ।ग्रामीणों ने बताया कि सब दिन की भांति आज भी दोनों भाई दामा हटिया सामान बेचने गया हुआ था। दोनों भाई पार्टी में घुघनी मुढ़ी, अंडा आदि बेचने का काम करता है। लौटने के क्रम में सिरकटिया के नदी के ऊपर वटवृक्ष के पास रोड पर 5 अपराधी एवं कुछ बहियार में था ।जैसे ही ये लोग उस जगह पहुंचे अपराधियों ने रोक कर मोटरसाइकिल में लगे सभी सामान को फेंक दिया तथा मोटरसाइकिल एवं नकदी छीनने का प्रयास किया। विरोध किए जाने पर जमकर मारपीट की। मारपीट में बड़े भाई हरि पाल को गंभीर चोट आई। जिन्हे आनन फानन में मोटरसाइकिल से देवडांड लाया गया और फिर देवडांड़ से गोड्डा सदर अस्पताल। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद इसे भागलपुर रेफर कर दिया गया। ग्रामीणों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है ।कभी यह क्षेत्र नक्सलियों का पनाहगार रहा है । भले ही अभी नक्सल की गतिविधियां कम हुई हो । देखना है कि पुलिस कितने जल्दी अपराधियों को पकड़ पाती है या फिर महज खानापूर्ति ही होगी……..?लेकिन ये जानना भी बेहद जरुरी है कि ये नक्सलियों की दस्तक है या अपराधियों की धमक ?