भाजपा सरकार की मजदूर-किसान विरोधी नीतियों और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ महात्मा गांधी के शहीदी दिवस के अवसर पर अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर श्रमिक संघों का देशव्यापी सत्याग्रह !सीटू के वरिष्ट नेता राधेश्याम चौधरी ने बताया की मजदूर -किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ ये सत्याग्रह है जिसमे 12 सूत्री मांगों को रखा गया है ..
- महंगाई पर रोक लगे ,राशन प्रणाली को सर्वव्यापी बनाया जाय ,बेरोजगारी खत्म हो ,सभी को रोजगार मिले !
- हरियाणा में श्रम कानून में किये बदलाव को निरष्त किया जाय ,श्रम कानून में मजदूर विरोधी संसोधन नही चलेंगे !
- श्रम कानून का सख्ती से पालन हो !
- सभी को समाजिक सुरक्षा का लाभ मिले !
- सभी मजदूरों को काम से कम 18000 रुपया न्यूनतम वेतन दिया जाय !
- सभी को 3000रुपया पेंशन दिया जाय
- सार्वजनिक क्षेत्र के उद्धमों (पीएसयू) का निजीकरण बंद करे !
- ठेकेदारी प्रथा बंद हो और मजदूरों को सामान काम के लिए समान वेतन मिले !
- स्कीम कर्मियों कर्मियों को सरकारी कर्मचारी की मान्यता मिले !
- बोनस और प्रोविडेंट फंड के भुगतान और पात्रता पर लगी सभी सीमा बंदियों को हटाया जाय तथा ग्रेच्युटी की राशि बढ़ाओ !
- ट्रेड यूनियनों का पंजीकरण 45 दिन के भीतर अनिवार्य रूप से हो !
- आएलओ कन्वेंशन 87 और 98 का तत्काल अनुमोदन करो !
इस मौके पर जया देवी,पुतुलदेवी,अंजू,तालामय,शबाना ,पूनम,सजनी,मंजू ,मकूनी,मजहरी,फूलन देवी,शकुन्तला,दुलारी सोरेन ,पिंकी,मीना,माला,प्रेमलता,अरूना,बेबीदेबी,सचिता,कौशल्या,इत्यादि महिलाएं मौजूद थीं !
इसके अलावा भी जो मुख्य मांगों में से है वो रेलवे इंसोरेंस और डिफ़ेंस में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश)बंद हो ,सरकारी विभागों का निजीकरण बंद हो ,पी.एफ पेंशनधारी श्रमिकों की बुढापा पेंशन काटना बंद हो इत्यादि शामिल है ! इस सत्याग्रह अभियान में सीटू ,इटक ,एटक ,एक्टू.एचएमएस ,एआईयूटीयूसी ,टीयूसीसी ,एवं यूटीयूसी के लोग शामिल थे !