आगामी बजट सत्र में पोड़ैयाहाट विस क्षेत्र से लेकर पूरे राज्य का उठाया जाएगा मामला
झारखंड विकास मोर्चा दल के नेता सह पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया है। मंगलवार को अपने आवास में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा रघुवर सरकार के शासन काल में जमीन घोटाला चरम पर है। सरकार की गलत भूमि अधिग्रहण नीति के कारण यहां के लोग परेशान हो रहे है। अफसरशाही हावी होने के कारण सरकार और प्रशासन गलत तरीके से भूमि का अधिग्रहण कर रैयतों को परेशान कर रही है। चाहे वह रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण का मामला हो या फिर गोड्डा बायपास का। कहा कि पूरा विपक्ष इस मामले को जोदार तरीके से उठाएगा। कहा कि इस सरकार के शासनकाल में मामले विधान सभा में उठाए जाने के बावजूद उस पर कार्य नहीं होता है। पिछले सत्र में पोड़ैयाहाट विधानसभा के लगभग बीस गांवों में ट्रांसफार्मर जलने से बिजली बाधित का मामला उठाया गया था। दिसंबर माह तक का अल्टीमेटम भी सरकार ने लिखित रूप से दिया था कि अंतिम दिसंबर तक सभी जले हुए ट्रांसफार्मर को ठीक करा लिया जाएगा। लेकिन दिसंबर खत्म होने के बावजूद आज स्थिति जस की तस है। इस मामले पर विभाग के सचिव से बात भी हुई है। इस मामले को भी सत्र में उठाया जाएगा। बताया कि पिछले बजट सत्र में कई मांग अपने विधान सभा के लिए किया था। जिस पर प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। इसमें कोल्ड स्टोरेज भी था। जिसके लिए विभाग ने जमीन पोड़ैयाहाट के चामूडीह में चिन्हित किया है। जिसकी क्षमता पांच हजार मेट्रिक टन रहेगी। इसके अलावे प्रखंड में एक इंडोर स्टेडियम की भी मांग की गयी थी। जिसके लिए प्रखंड मुख्यालय में भी जमीन चिन्हित कर लिया गया है। इस सरकार के शासनकाल में घूसखोरी और भ्रष्टाचार भी बढ़ा है। सबसे अधिक भू-अर्जन कार्यालय में घूसखोरी होती है। स्थानीय कार्यालय के एक किराणी रैयतों से घूस लेने का काम करते है। ऐसे भ्रष्ट अफसरों पर भी जल्द कार्रवाई हो यह भी मामला सदन में उठाया जाएगा। इसके अलावे बालू घाटो की बंदोबस्ती, बालू घाटों पर क्षेत्र से अधिक कटाव, टास्कफोर्स की मिलीभगत, जिले के नौकरियों में बाहरी लोगों का प्रवेश आदि ऐसे दर्जनों मामलों को सदन में उठाया जाएगा। इधर विधायक प्रदीप यादव के आवास पहुंचे पोड़ैयाहाट प्रखंड के दीपना, चरकाटाड़, चामूडीह आदि गांवों के रैयतों ने विधायक से शिकायत किया कि भूमि का अधिग्रहण गलत ढंग से किया गया। एक लोगों को दो बार मुआवजा दिया गया। लेकिन कई ऐेसे भी परिवार है जिन्हें अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है। भू अर्जन कार्यालय का चक्कर काट कर थक चुके है। वहां हमेशा नजराने की मांग की जाती है। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार अमर, दिलीप साह, सन्नी चौरसिया आदि मौजूद थे।