86 लोगों को बेड और 45 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर दिलवा चुके इंद्रजीत को सलाम ।
सन्नी शारद/कोरोना का संक्रमण जब लगातार तेजी से बढ़ रहा है तो व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। मदद के लिए जहां-तहां हाथ पसारने को मजबूर हैं। ऐसे में कई सामाजिक और राजनीतिक पृष्टभूमि से जुड़े लोग मोर्चा संभाले हुए हैं। वह एक मसीहा की तरह एक रियल हीरो की तरह सामने आए हैं और दिन रात चौबीसों घंटे लोगों तक मदद पहुंचाने में लगे हैं।
कौन है वो मसीहा या रियल हीरो
झारखंड की राजधानी रांची में भी वैसा ही एक मसीहा है एक रियल हीरो है। जो दिन- रात है मरीज और उनके परिजनों की सेवा में जुटे हैं। नाम है इंद्रजीत सिंह (Inderjit Singh)। इंद्रजीत NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। सामाजिक काम में हमेशा बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। पिछले दस दिनों से रांची में जब कोरोना अपने पीक पर है तो हर कोई अस्पताल में बेड पाने के लिए चटपटा रहा है। ऐसे में इंद्रजीत सबतक मदद पहुंचाने की जीतोड़ कोशिश में लगे हैं।
अबतक 86 लोगों को दिलवा चुके है अस्पताल में बेड
आपको जानकर हैरानी होगी कि अपनी कोशिश के बदौलत इंद्रजीत ने अबतक 86 लोगों को हॉस्पिटल में बेड, 45 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर और 33 लोगों को ब्लड उपलब्ध करा चुके हैं। इसके अलावे 16 लोगों को जरूरी दवाएं, इंजेक्शन, खाद्य सामग्री, 18 लोगों को ऑक्सिमिटर सहित कई तरह से मदद पहुंचा चुके हैं।
सुबह 7 बजे से रात 3 बजे तक इंद्रजीत के साथ लगती है पूरी टीम
इंद्रजीत ने द फॉलोअप से बात करते हुए बताया कि सुबह 7 बजे से ही इस काम में लग जाना पड़ता है। इसके लिए 6 लोगों की एक टीम सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती है। जो दिन-रात फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर आए मदद वाले संदेश पर एक्टिव होकर काम करते हैं। इसके अलावे 6 लोग फील्ड में होते हैं जो हमेशा किधर भी मूव करने के लिए तैयार रहते हैं। इंद्रजीत ने बताया कि मेरे साथ काम कर रहे सभी साथियों को हमेशा फोन चार्ज रखना पड़ता है और नेट ऑन रखना पड़ता है।
पत्रकार रविश कुमार के मदद की अपील के बाद इंद्रजीत ने ही मरीज को दिलवाया बेड
कोरोना के प्रचंड संकट में देश के नामी पत्रकार रविश कुमार लगातार लोगों से मदद की अपील कर रहे हैं। शनिवार की रात रविश कुमार ने एक पोस्ट लिखते हुए लिखा था कि एक मरीज अस्पताल के बाहर खड़ा है। ऑक्सीजन नहीं है। बचाइए। आगे आइये। उसके बाद रात के करीब 11 बजे इंद्रजीत रिम्स पहुंचे और 29 साल के मरीज अजय बेर्री को अस्पताल में बेड दिलवाया। इंद्रजीत कहते हैं कि वैसे तो मैं हर किसी की मदद करता हूँ लेकिन देश के ख्याति प्राप्त पत्रकार की अपील पर जब मैं स्वास्थ्य मंत्री की मदद से बेड दिलवाया तो बहुत खुशी हुई। मरीज के घर वालों ने खूब आशीर्वाद दिया।
पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के समय भी इंद्रजीत ने किया अनूठा काम
ऐसा नहीं है कि इंद्रजीत सिर्फ इस वर्ष ऐसा काम कर रहे हैं बल्कि जब मार्च 2020 में कोरोना का संक्रमण आया था तब भी उन्होंने बेहतरीन काम किया था। इंद्रजीत बताते हैं कि पिछले वर्ष 95 दिनों तक लगातार हटिया स्टेशन और रांची के विभिन्न जगहों पर जरूरतमंदों को भोजन करवाने का काम किया था। इसके अलावे 1200 लोगों के रहने की जगह का व्यवस्था, करीब 3000 लोगों को मास्क और सेनेटाइजर और रमजान किट भी देने का काम किया। इसके अलावे करीब 2500 परिवारों को सूखा राशन, कई परिवारों के बच्चों के स्कूल का फीस माफ करवाया और 350 बच्चों को कॉपी और किताब भी देने का काम किया।
कांग्रेस नेता रण विजय सिंह के पुत्र हैं इंद्रजीत
इंद्रजीत सिंह के पिता का नाम रण विजय सिंह है। रण विजय सिंह कांग्रेस के पुराने सिपाही रहे हैं। पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय के सांसद प्रतिनिधि भी रह चुके हैं। 6 साल पहले उनकी बायपास सर्जरी हुई है इसलिए वह आराम करते हैं लेकिन उनके सपने को उनका बेटा इंद्रजीत पूरा कर रहे हैं। इस काम में पिता रण विजय भी घर से ही मदद करते हैं।
एमटेक से सिविल इंजीनियरिंग पासआउट हैं इंद्रजीत
साधारण परिवार से आने वाले इंद्रजीत ने सिविल इंजीनियरिंग से एमटेक की पढ़ाई पूरी की है। वह सक्रिय रूप से राजनीति में 2010 में आये। जब कॉलेज में अध्यक्ष बने। उसके बाद 2012 में जिला महासचिव बने। 2015 में प्रदेश महासचिव बने। 2017 में राष्ट्रीय प्रतिनिधि बने। उसके बाद से लेकर अबतक NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। इंद्रजीत कहते हैं कि वे चाहते हैं कि जनता सदैव उन्हें यह मौका देती रहे कि वे उनकी सेवा कर सकें।