Jharkhand: ई-पास नहीं होने पर रांची के SSP को हवलदार ने रोका, जानें आगे फिर क्या हुआ..
लॉकडाउन के दौरान रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा मुरी में बंगाल सीमा पर सादे लिबास में रात 9.30 बजे औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां स्वर्णरेखा नदी के पुल पर चेकिंग लगा था।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी में जुटी है। कोविड नियमों के पालन के साथ ही राज्य में लागू की गई ई-पास व्यवस्था को लेकर भी पुलिस सचेत है और हर आने-जाने वालों की कड़ाई से जांच कर रही है। ऐसा ही एक मामला रांची में सामने आया है, जिसमें एक हवलदार ने रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को ही ई-पास नहीं होने पर रोक लिया।
बताया गया कि लॉकडाउन के दौरान रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा मुरी में बंगाल सीमा पर सादे लिबास में रात 9.30 बजे औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां स्वर्णरेखा नदी के पुल पर चेकिंग लगा था। हवलदार ने बिना ई-पास के होने पर उनकी गाड़ी को आगे जाने से रोक दिया। इस घटना से खुश होकर एसएसपी के आदेश पर ग्रामीण एसपी ने हवलदार को पुरस्कृत किया है। हवलदार मुरी ओपी के जनार्दन मंडल हैं। आज उन्हें ग्रामीण एसपी ने पुरस्कृत किया है।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि जिले में बने चेक प्वाइंट पर उनके पदाधिकारी-कर्मी कैसे काम कर रहे हैं, इसी को देखने के लिए एसएसपी सहित सभी वरीय पदाधिकारी जांच में निकले थे। हवलदार जनार्दन मंडल ने बिना ई-पास के होने पर एसएसपी के वाहन को रोका था। पुलिसिंग के लिए यह एक सराहनीय कार्य था। एसएसपी ने हवलदार के इस कार्य को सराहा और ग्रामीण एसपी को पुरस्कृत करने का निर्देश दिया। ग्रामीण एसपी ने कहा कि इस तरह का पुरस्कार चेकप्वाइंट पर तैनात पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों के मनोबल को बढ़ाएगा और वे पूरी तन्मयता के साथ अपनी ड्यूटी कर सकेंगे,ड्यूटी के दौरान हवलदार जनार्दन मंडल एक गाड़ी के कागजात चेक करते हुए।
गौरतलब है कि ई-पास की चेकिंग के लिए रांची जिले में 102 चेकप्वाइंट बनाए गए हैं। राज्य में 16 मई से जारी इस नई व्यवस्था का सख्ती से अनुपालन कराने के लिए रांची पुलिस के पदाधिकारियों और जवानों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। बिना ई-पास वालों पर लॉकडाउन उल्लंघन का केस भी दर्ज हो रहा है और जुर्माना भी वसूला जा रहा है