फ़ॉलो अप -पुलिस गुप्त सूचना पर लगातार कर रही है छापेमारी
बिहार में शराबबंदी के बाद कुछ कारोबारियों का भाग्य चमक गया है। एक तरफ बिहार सरकार शराबबंदी की दूसरी वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रही है। लेकिन दूसरी ओर बिहार के कुछ कारोबारी अवैध तरीके से झारखंड के सटे जिलों की सहायता से सरकार व प्रशासन के आंख में धूल झोंक रहे है। पिछले कुछ दिनों से गोड्डा जिले में गुप्ता के सूचना के आधार पर पुलिस को कामयाबी हाथ लगी है। काफी अधिक मात्रा में विदेश शराब भी बरामद की है। अगर बड़ी छापेमारी की बात करें तो विगत दिनों महागामा में व सोमवार को जिला मुख्यालय में छापेमारी में लगभग 50 से 60 पेटी शराब बरामद की गयी है। इन दोनों मामलों में आरोपियों ने कबूली है कि वे शराब का सप्लाई बिहार राज्य में करते हैं। मतलब साफ है कि बिहार में शराबबंदी के बाद जिला में कुछ कारोबारी शराब की अवैध बिक्री कर रहे हैं। इसमें से कुछ आरोपी बिहार के किसी जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं तो कुछ स्थानीय लोग भी हैं । जो इस गोरखधंधे में शामिल है, इसके पूर्व में भी कई बार वाहनों से शराब पकड़ाए है जिसे बिहार ले जाया जा रहा था। इधर पुलिस की सख्ती को देखते हुए शराब का अवैध करोबार करने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने भी बिहार राज्य के सीमा क्षेत्रों में कड़े रूप से वाहनों की जांच कर रही है साथ ही अपने स्पाई को भी सक्रिय कर दिया है।
आखिर कहां से आ रहा है थोक मात्रा में शराब ? ?
बता दें कि झारखंड सरकार विगत दिनों सभी प्राइवेट शराब दुकानों को बंद कर एजेंसी के हाथ में शराब बेचने का जिम्मा सौंप दी है। जिसका पूरा देख रेख आबकारी विभाग को सौंपा गया है। जिले में भी इस विभाग के तहत आधे दर्जन से अधिक दुकान खोलें जा चुके है। जब शराब सरकार बेच रही है तो सवाल उठता है कि इतने अधिक थोक मात्रा में शराब कहां से आ रहा है?
मैं हूँ गोड्डा से अभिषेक राज की रिपोर्ट