मनमाने ढंग से काटी जा रही बिजली
लोकसभा चुनाव बीतने के साथ ही बिजली आपूर्ति अपने पुराने ढर्रे पर लौट आई है। बिना किसी शिड्यूल के मनमाने ढंग से बिजली काटी जा रही है। जिससे उपभोक्ता भीषण गर्मी के मौसम में परेशान दिखाई दे रहे हैं। चुनाव के समय बिजली विभाग द्वारा अहर्निश बिजली दिया गया लेकिन चुनाव समाप्ति के बाद से ही बिजली कटौती समस्या बना हुआ है। भीषण गरमी के मौसम में लोग पेड़ के नीचे दिन बिताने को विवश दिखाई दे रहे हैं।रात में भी अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हो गए हैं। मौसम का पारा चालीस डिग्री के पार पहुंच जाने से लोग बेहाल हैं।
क्षेत्र में धनकुंडा ग्रिड से विद्युत आपूर्ति की जाती है। चुनाव के पूर्व जहां पन्द्रह से अठारह घंटे बिजली मिल रही थी वहीं अब मात्र आठ से दस घंटे बिजली उपभोक्ताओं को दी जा रही है। विद्युत आपूर्ति के दौरान भी बिजली का कई बार आना-जाना लगा रहता है। बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो जाने के कारण लोगों को उमस भरी गरमी झेलनी पड़ रही है। मरम्मती के नाम पर मनमाने ढंग से बिजली काटी जा रही है। एजेंसियों के ठेकेदारों द्वारा इसका ख्याल नहीं रखा जा रहा है। नियमों को धता बताते हुए ठेकेदार काम कर रहे है। विभागीय पदाधिकारी उस पर्दा डालने का काम कर रहे है। विगत दिन आए ऊर्जा मंत्रालय के एमडी राहुल पुरवार के भी दिशा निर्देशों का कोई फर्क नहीं पड़ा है। उन्होंने बिजली काटे जाने की तय समय की सूचना पहले आमजनों तक पहुंचा कर मरम्मत करने का निर्देश दिया था। लेकिन इसका कोई अनुपालन नहीं किया जा रहा है।