जिले में विद्युत का हाल बेहाल है। इस ओर न तो किसी अधिकारी का ध्यान है और न ही किसी जनप्रतिनिधि का। जिला मुख्यालय में चौबीस घंटे में महज दस से बारह घंटे ही बिजली की आपूर्ति की जाती है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत विभाग जिले को 18 से 19 घंटे विद्युत आपूर्ति की बात कहता है। परंतु इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। देर रात बिजली रानी का दर्शन होता है और सुबह के चार बजते ही गुल हो जाती है। वहीं दिन में बिजली की आंख मिचौली का खेल चलते रहता है। पांच मिनट के बिजली रानी का दर्शन होता है तो एक घंटे के लिए गुल हो जाती है। बिजली की लचर व्यवस्था से शहरवासियों में आक्रोश पनप रहा है। शहरवासी आंदोलन के मुड में है। विभाग के अधिकारी धनकुंडा से आपूर्ति ठप रहने का बहना बनाकर अपनी पल्ला झाड़ लेते हैं। बिजली गुल रहने से सबसे अधिक परेशानी विद्युत से संचालित लघु उद्योग के दुकानदारों को हो रही है।
मेटेंनस के नाम पर काटी जा रही है बिजली :
मेंटेनेंस के नाम पर शहर के कई इलाकों में आठ से दस घंटे बिजली काटी जा रही है। वैसे इलाके में भी आपूर्ति बाधिक रह रही है, जहां विभाग की ओर से शटडाउन की घोषणा नहीं की जा रही है। इसके अलावा भी कई इलाकों में दिन-दिनभर बिजली काटी जा रही है। बिजली गुल रहने से सबसे अधिक परेशानी पानी के लिए हो रही है। शहर की करीब 48 हजार की आबादी पानी के लिए भटक रही है।
पिछले डेढ़ महीने से विभग की ओर से पूरे जिले विभिन्न फीडरों में शटडाउन लिया जा रहा है। इन फीडरों में तारों, ट्रांसफॉर्मरों के मेंनटेंस की बात कही जा रही है। इतना ही नहीं मेंटेनेंस के नाम पर कई फीडरों की लगातार बिजली काटी जा रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि पिछले तीन महीने से अधिक समय से लगातार बिजली गुल रह रही है। मेंटेनेंस के नाम पर लगातार बिजली काटी जा रही है।
रविवार को बैठक :
इधर बिजली समस्या पर सबसे अधिक सक्रिय समाजिक कार्यकर्ता सौरव परासर उर्फ बच्चू झा ने अगले रविवार को शहीद स्तंभ परिसर में बैठक बुलायी है। इसमें शहर के बुद्धिजीवियों को आने की अपील की है। इस बैठक में बिजली समस्या पर आंदोलन करने का निर्णय लिया जाएगा। बता दे कि बच्चू झा पिछले दिनों बिजली समस्या से जिलेवासियों को निजात दिलाने के लिए अनशन पर भी बैठे थे। विभाग ने वादा किया था कि शहर को 20 से 22 घंटा तक बिजली दी जाएगी। लेकिन अनशन समाप्त होते ही विभाग अपने वायदा से मुकर गया। बच्चू झा ने विभाग को प्लीडर नोटिस भी भेज दिया है।