पूर्व विधायक मनोहर टेकरीवाल का निधन
गोड्डा के पूर्व विधायक मनोहर टेकरीवाल (53)का शनिवार को निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल थे। उनके निधन की खबर सुनते ही जिला में शोक की लहर फैल गयी।
पूर्व विधायक ने शनिवार को दिन में करीब साढ़े दस बजे अंतिम सांस ली हलांकि उन्हें डाक्टर ने सदर अस्पताल में ग्यारह बजे मृत घोषित किया । टेकरीवाल की तबीयत बिगड़ने पर शनिवार को पहले उन्हें जिला मुख्यालय में एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया था। वहां से उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि उनकी किडनी खराब थी। डायबिटीज के भी मरीज थे।
जिला के एक प्रतिष्ठित व्यावसायिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले स्व टेकरीवाल जिला के पथरगामा के मूल निवासी थे। वह 2005 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोड्डा से विधायक निर्वाचित हुए थे। भाजपा टिकट पर वह पहली बार 1995 में चुनाव लड़े थे। इस क्षेत्र के विधान सभा के तीन चुनावी दंगल में कूदने वाले स्व टेकरीवाल दो बार भाजपा के प्रत्याशी थे। उन्होंने अपने जीवन का अंतिम चुनाव 2009 में झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी के रूप में लड़ा था।
गरीबों के हमदर्द थे मनोहर टेकरीवाल: प्रदीप
झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने मनोहर टेकरीवाल के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि टेकरीवाल काफी मिलनसार एवं खुशमिजाज इंसान थे। गरीबों के प्रति उनके दिल में काफी दर्द था। गरीबों के लिए वह काफी कुछ करना चाहते थे।
श्री यादव ने कहा कि मनोहर जी उनके छोटे भाई एवं पारिवारिक सदस्य की तरह थे। उम्र में टेकरीवाल उनसे एक साल छोटे थे। दोनों पहली बार 1995 के विधान सभा चुनाव में प्रत्याशी बने थे। सन् 2000 के चुनाव में टेकरीवाल को भाजपा से टिकट नहीं मिला था, लेकिन उन्हें पोड़ैयाहाट क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया था। चुनाव मैदान में उनके साथ टेकरीवाल कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। श्री यादव ने कहा कि उनके निधन से व्यक्तिगत तौर पर उन्हें काफी क्षति पहुंची है।
टेकरीवाल के निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति: डॉ लुईस
पूर्व विधायक मनोहर टेकरीवाल के निधन की खबर सुनते ही काश्तकारी कानून में संशोधन के बावत समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से रायशुमारी कर रहीं सूबे की कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ लुईस मरांडी बैठक समाप्त कर सदर अस्पताल पहुंचीं। अस्पताल पहुंच कर उन्होंने विधायक के पार्थिव शरीर का दर्शन किया और आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि काफी पहले से ही वे दिवंगत विधायक के संपर्क में रही थीं। वे काफी सज्जन एवं मिलनसार व्यक्ति थे। उनके निधन से गोड्डा ही नहीं राज्य में अपूरणीय क्षति हुई है।
सभी संस्थानें हुई बंद, रात में भी डटे रहे लोग
पूर्व दिवंगत विधायक मनोहर टेकरीवाल के निधन के बाद टेकरीवाल से जुडे सभी संस्थानें बंद हो गयी। निधन की सूचना पाकर सभी शो रूम के शटर लगा दिए गए। इसमें से टुस्टाया रेसिडेंट होटल, हीरो शोरूम, रेमंड शोरुम, केरोसिन तेल संस्थान, महेंद्रा ट्रैक्टर शोरूम आदि शामिल है।सभी संस्थान के कर्मी गोड्डा कॉलेज स्थित आवास पर जमा हो गए। वैसे तो दिनभर दिवंगत विधायक को चाहनेवालों की भीड उनके आवास पर लगी रही। इतना ही रात में भी इस कडकडाती ठंड मेंलोग डटे हुए रहे। इसे दिवंगत विधायक को चाहने वालों का प्यार ही कह सकते है कि जो भी उनका दर्शन के आया वह रो पडा। हमेशा सभी के दुख दर्द में शामिल रहने वाला मसीहा अब इस दुनिया में नहीं रहा।
हरदिल अजीज और नेक दिल के थे मनोहर
दिवंगत विधायक मनोहर टेकरीवाल हरदिल अजीज और काफी नेकदिल वाले इंसान थे। शायद यही कारण रहा था कि जब 2005 में जब पहली बार विधायक बने थे तो मतों का अंतर काफी अधिक रहा था। शायद उनका कुशल व्यक्तित्व का ही असर रहा होगा। यह असर शनिवार को दोबारा उनके निधन के बाद देखने को मिला। जो भी लोग उनको देखने के लिए आए उनके आंखों में नमी सी आ गयी। जैसे जैसे लोगों को सूचना मिलती गयी वे अस्पताल पहुंचते गए। मात्र एक से डेढ घंटे तक ही निधन के बाद उनके शव को अस्पताल में रखा गया। लेकिन इसके बावजूद लोगों की भीड अस्पताल परिसर में उमड पडी थी। उनके एकमात्र दर्शन को लोग आतूर थे।
विधायक रघुनंदन की याद हो गयी ताजा
दो वर्ष पूर्व ठीक इसी समय में विधायक रघुनंदन मंडल का भी निधन हुआ था। उस पुराने याद को पुनः दिवंगत विधायक मनोहर टेकरीवाल में भी लोगों के जेहन में ताजा हो गयी। हालांकि विधायक रघुनंदन का निधन दो जनवरी के मध्यरात्रि हुआ था और मनोहर टेकरीवाल का निधन भी जनवरी माह में हुआ। ठीक इसी प्रकार सभी दल के नेता से लेकर कार्यकर्ताओं की भीड सदर अस्पताल में जमा हुई थी। पूरा जिला एक समय के लिए पूरी तरह थम सा गया था। कुछ लोगों ने तो जिले में राजनीतिक के लिए जनवरी माह को ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया !
निधन की खबर पाते ही जुटे नेता एवं कार्यकर्ता
पूर्व विधायक मनोहर टेकरीवाल के निधन की खबर सुनते ही अस्पताल पहुंचे नेता एवं कार्यकर्ता ,सभी के जेहन में एक ही बात चल रही थी की बड़ी नेक दिल इंसान थे विधायक मनोहर टेकरीवाल वो दिमाग के भी बहुत तेज थे ,कार्यकर्ताओं की माने तो वो किसी भी समस्या का निराकरण तुरंत ढूंढ लेते थे ,वो कार्यकर्ता की बातों को गंभीरता पूर्वक सुनते थे !
इसी समय पिता को खोया हूँ इसलिए दर्द समझ सकता हूँ :अमित मंडल
अपने पिता की याद को ताजा करते हुए गोड्डा विधायक अमीत मंडल ने कहा की इस दर्द को मै समझ सकता हूँ ,हमने अपने पिता को भी इसी समय खोया है ,पूर्व विधायक के निधन पर शोक जाहिर का विधायक ने कहा की ये एक अपूर्णीय छति है ,वो एक सुलझे हुए नेता के साथ एक सामाजिक सरोकार से ताल्लुक रखने व्यक्तित्व थे ,गोड्डा ने आज एक अच्छे इंसान को खो दिया ,उनकी कमी खलते रहेगी !
मैं हूँ गोड्डा से अभिषेक राज की रिपोर्ट