सभागार भवन से उठकर पहुंची उपायुक्त कार्यालय, हुई वार्ता
पूर्व नियोजित जिला परिषद की बैठक बुधवार को डीआरडीए सभागार में होनी थी। लेकिन उप विकास आयुक्त वरूण रंजन के देरी पर जिला परिषद की सदस्य भडक गयी। हुआ यूं कि कल बैठक दोपहर के दो बजे से होनी थी। लेकिन 2:45 तक भी डीडीसी के नहीं आने पर मामला थोडा बिगड गया। फिर क्या था सभी सदस्य मीटिंग हॉल से बाहर निकलकर बाहर धरने पर बैठ गए। इसके डीडीसी साहब भी पहुंचे। जिप अध्यक्ष के साथ मिलकर सभी को काफी मनाने का प्रयास किया गया। लेकिन मामला सिफर हुआ। अंततः बैठक को स्थगित करना पडे। वही आक्रोशित जिला परिषद सदस्य अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के साथ मिलकर उपायुक्त से मिलने पैदल मार्च करते हुए चले गए। जहां बंद कमरें में घंटों उपायुक्त व जिप सदस्यों के बीच बातचीत हुई। कार्यालय कक्ष से निकलने के बाद जिप अध्यक्ष बसंती देवी ने बताया कि बैठक में समय पर नही शुरू होने को लेकर उपायुक्त से शिकायत की गयी है। वही उपाध्यक्ष लक्ष्मी चक्रवर्ती ने बताया कि तीन माह पर एक बैठक होती है इसके बावजूद पदाधिकारी के नहीं रहने पर बैठक का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता। पदाधिकारियों के लेटलतीफी के चक्कर में जिलें करोडों के योजनाएं धरातल पर उतर नहीं सकी है। जिससे जनप्रतिनिधियों में काफी आक्रोश है। इस दौरान जिप सदस्य गौरी प्रिया,फुलकुमारी, पूनम देवी, घनश्याम यादव आदि मौजूद थे।
