गोड्डा:उपायुक्त गोड्डा किरण पासी के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी मुखिया, ग्राम प्रधान एवं सभी अंचल अधिकारी/ प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ कोरोना वायरस (कोविड -19) की तैयारियों के संबंध में एवं बाहर से अपने घर वापस लौटने वाले प्रवासी मजदूरों से संबंधित समीक्षा की गयी ।
उपायुक्त किरण पासी ने कहा कि गृह मंत्रालय भारत सरकार के अद्यतन आदेश दिनांक 29-04-2020 के आलोक में राज्य सरकार द्वारा झारखंड राज्य के बाहर फंसे सारे श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, विद्यार्थी एवं अन्य को तत्काल बस के द्वारा झारखंड राज्य एवं संबंधित जिला में वापस लाने का निर्णय लिया गया है।
इस निमित्त श्रम अधीक्षक एवं जिला परिवहन पदाधिकारी गोड्डा को जिला स्तर पर नोडल पदाधिकारी नामित करते हुए सारे लोगों को लाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इसके लिए सारी बसें गांधी मैदान गोड्डा से प्रस्थान करेंगी और वापस लाने के क्रम में बसों का ठहराव स्थल गोड्डा कॉलेज गोड्डा एवं पोड़ैयाहाट निर्धारित किया गया है।
उक्त ठहराव स्थल से संबंधित स्थल से अपने गांव तक पहुंचाने हेतु छोटी गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। आगमन के पश्चात ऐसे सारे व्यक्तियों का स्वास्थ्य टीम द्वारा चिकित्सकीय जांच की जाएगी। स्वास्थ्य पाए गए व्यक्तियों को उनके घर होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जाना है तथा जो व्यक्ति संदिग्ध एवं संक्रमित पाए जाते हैं उन्हें कोविड केयर में भेजा जाएगा।
चूंकि काफी ज्यादा संख्या में ऐसे लोग गोड्डा में आएंगे। अतः संबंधित ग्राम/ पंचायत के मुखिया/ग्राम प्रधान/वार्ड सदस्य को ये महत्वपूर्ण दायित्व सौंपी गई है कि ऐसे सारे लोगों को अपने गांव में वेलकम करते हुए उन्हें प्रवेश देने का निर्देश दिया गया है साथ ही उनके स्वास्थ्य पर भी निगरानी बनाए रखने की बात कही गई है ।
इन व्यक्तियों द्वारा 14 दिन होम क्वॉरेंटाइन पूरे किए जाने के पश्चात मनरेगा निबंधन होने की स्थिति में मनरेगा योजनाओं में रोजगार देने और अगर मनरेगा में निबंधित नहीं है तो नियमानुसार निबंधित कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही गई ।
इन सारे लोगों को गोड्डा आगमन पर आपदा अंतर्गत संबंधित प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा आपदा अंतर्गत 10 कि0ग्रा0 चावल एवं 2 कि0ग्रा0 दाल भी सूखा राशन के रूप में दिया जाएगा ।
काफी संख्या में विभिन्न प्रखंडों में लोगों के आगमन की स्थिति में इनका समुचित अनुश्रवन एवं प्रबंधन करना प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित थाना प्रभारी/ चिकित्सा प्रभारी की महत्वपूर्ण जवाबदेही होगी।
ये सभी पदाधिकारी संबंधित ग्राम में ग्राम प्रधान, मुखिया अन्य प्रतिनिधि से समन्वय स्थापित कर इनका सही प्रकार से व्यवस्थापन सुनिश्चित करेंगे एवं आवश्यकतानुसार इन्हें रोजगार भी प्रदान करेंगे। ऐसे सभी व्यक्तियों का प्रखंड विकास पदाधिकारी/थाना प्रभारी/ चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा डाटाबेस बनाते हुए इनका लगातार अनुश्रवण एवं चिकित्सीय जांच सुनिश्चित करेंगे।
कोविड संबंधित लक्षण पाए जाने पर तुरंत संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी इनका ब्लड सैंपल सिविल सर्जन को भेजते हुए Institutional क्वॉरेंटाइन में भेजेंगे।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त सुनील कुमार, अपर समाहर्ता रंजीत कुमार लाल, सहायक समाहर्ता ऋतुराज, जिला पंचायती राज पदाधिकारी जेसी विनीता केरकेट्टा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी नरेंद्र सिंह एवं अन्य मौजूद थे।