मेरे ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद,आरोप लगाने वाला खुद है आरोपी :अशोक तिवारी ।
मेरे पैसे के साथ साथ कइयों के पैसे हड़प कर बचने के इरादे से दिनेश सिंह ने किया है मेरे ऊपर झूठा केस,उक्त बातें पूर्व विधानसभा प्रत्यासी अशोक तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी का है, उन्होंने अपनी बातें व्हाट्सएप के माध्यम से मीडिया को बताया ।
क्या है पूरा मामला :
व्यवसाई दिनेश सिंह द्वारा दर्ज मुकदमा संक्या 235/19 के अनुसार दिनेश सिंह ने अपने ही सहयोगी अशोक तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी पर खुद के ही किडनेपिंग एवं जान मारने जैसी बातों का जिक्र किया है ,उन्होंने दर्ज एफआईआर में कहा है कि हम दोनो रोड प्रोजेक्ट में पार्टनरशिप पर काम करते हैं ।
साथ ही उन्होंने मुन्ना तिवारी पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि हत्या करने जैसी धमकी ,किडनेपिंग कर ले जाना ,फोन पर परिवार को धमकी ,फिरौती की मांग जैसे कई संगीन आरोप के साथ मुकदमा नगर थाना में मुकदमा दर्ज किया है दर्ज मुकदमे में ,चिक्कू चौधरी,सोनू चौधरी,अन्नू सिंह,राहुल शाह,बबलू तिवारी,अभय कुमार बैंक मैनेजर पर भी जान मारने की नीयत जैसे आरोप लगाए गए हैं ।
अशोक तिवारी ने आरोप को बताया झूठा ।
मीडिया को कई साक्ष्य देते हुए अशोक तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने व्हाट्सएप के माध्यम से मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि मेरे ऊपर लगे नगर थाना कांड संख्या 235/19 में दर्ज बातें झूठी एवं निराधार है उन्होंने लिखा है कि कर्ज से बचने एवं बैंक में हुए चेक बोंस के डर से उल्टा मुकदमा मेरे ऊपर किया है उन्होंने दिनेश सिंह फर्जीवाड़े के कई साक्ष्य का जिक्र करते हुए कहा है कि गोड्डा टाऊन थाना कांड 235/19 इस केस में मैं बिल्कुल निर्दोष हूं और मैं खुद पीड़ित हूं। केस तो मुझे करना चाहिए था लेकिन पैसा डूबने के डर से नहीं कर रहा था।वो मेरा पैसा देने की बात बार बार करता रहा और अपना सब गाड़ी हमको सिक्योरिटी के तौर पर लेटर पैड पर लिखकर दिया था और बोला था कि पैसा नहीं दे पाएंगे तो गाड़ी ट्रांसफर कर देंगे।मेरे पास इन सब बातों का सबूत भी है। बैंक मैनेजर ने भी बिना किसी के इसक मदद किया है और दिनेश सिंह सब पैसा दाब कर रखने के चक्कर में है।
आगे उन्होंने ऑडियो क्लिप का जिक्र करते हुए लिखा है कि ये 2/8/19 का रिकॉर्डिंग है उसके बाद कई दौर के बातचीत के बाद 6/8को जब मैं जिद पर आ गया कि आज कम से कम 50 लाख जमा करना होगा।
खुद के कर्ज के पैसे जुटाने के लिए खुद रच रहा था अपनी किडनेपिंग का प्लानिंग :अशोक तिवारी ।
अशोक तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने आगे बताया है दिनेश सिंह मुझे बोला की हमको मेरा ससुर पैसा दे सकता है अगर हम खबर भेज दें कि मेरा अपहरण हो गया है तो हमको 50लाख मिल जाएगा।और बोला कि मेरा घरवाला थाना नहीं जाएगा हम सब सेट कर लेंगे सिर्फ आपको मदद करना होगा इस नाटक में।7/8को उसकी पत्नी से बातचीत का रिकॉर्डिंग भी मेरे पास मौजूद है दिनेश ने जब ये देखा कि इसका ससुर पैसा नहीं देगा और हम भी बोले कि हम तुम्हारे नाटक में और साथ नहीं देंगे तो फिर ये अपनी पत्नी से बात किया और घर चला गया।हम फोन करके निश्चिंत हो गए ।घर जाने के बाद ये मेरे मोबाइल पर 60बार कॉल से बात किया है।ये कैसे संभव है कि यदि हम इसके साथ घटना करेंगे तो ये मेरे साथ घूमेगा और रोज बात और मुलाकात करेगा।और पार्टी भी करेगा। मेरे और दिनेश की की बातचीत का हर ऑडियो क्लिप है जिसमे 15/8 को ये बोल रहा है कि 2बजे तक 30लाख आ रहा है
उन्होंंने हर ओडियो क्लिप के तारीख के साथ जिक्र
करते हुए आगे कहा कि 16/8 को दिनेश और बैंक मैनेजर की भी बात हुई थी ।16/8को फिर मुझसे बातचीत,20/8 को मेरे साथ खाने का प्रोग्राम,इस बीच इंजिनियर के साथ मीटिंग करके काम शुरू करने का बात हुआ और वो बोला कि हम पैसा निकालेंगे 21/8 को,26/8को साथ में पार्टी करने के संबंध में फिर मेरी और दिनेश की बातचीत हुई है ।26/8को ही गाड़ी संबंधी बात की है उसने,29/8को बजाज शोरूम से इसके बकाया का चर्चा और काम की चर्चा हुई ।29/8को जेसीबी ट्रैक्टर साईड पर होने की बात हुई ।6/8से लेकर अब तक ये मेरा 5से 6लाख खर्च करवा दिया सिर्फ झूठ बोलकर।दिनेश ने हमसे वादा किया था कि मेरा पैसा के सिक्युरिटी में ये गाड़ी ट्रांसफर कर देगा। फिर बीबी का बहाना बनाकर टाल मटोल वाली बात करते रहा ।इस तरह के और भी बहुत सबूत हैं जिससे ये साबित कर सकता हूं कि ये बेईमान हैै और झूठ बोलना इसकी आदत है।
दिनेश सिंह के ऊपर पूर्व से ठगी का मामला दर्ज है :अशोक तिवारी
अशोक तिवारी ने आगे दिनेश सिंह के पुराने केस का भी जिक्र कर कहा है कि इसपर लातेहर थाना में भी ठगी का प्राथमिकी दर्ज है।
116/16,27/07/16,U/S409/420/467/468/471आईपीसी ।इस केस में ये फरार चल रहा है क्योंकि हाईकोर्ट से इसका बेल रिजेक्ट हो गया था।
इसपर बहुत से लोग चेक बोंस का केस करने वाले थे जिसमें मैं भी था क्योंकि इसका एक चेक 13/9को तीसरी बार बोंस हुआ था जिसका मैसेज इसको मिला होगा तो बचने के लिए ये इससे पहले ही मुझपर केस कर दिया और मेरे घर पर भारी पुलिस बल भेजवाकर रेड मरवा दिया जिससे मैं या तो गिरफ्तार हो जाऊं या भागता फिरूँ ।अशोक तिवारी ने उक्त बातें बताई और कहा कि मुझे एवं मेरे परिवार को जानबूझकर फंसाया जा रहा है उन्होंने पुलिस प्रशासन से भी प्रार्थना की है कि इस पर मेरी बातों को ध्यान में रखते हुए जांच किया जाय ताकि इससे मेरा पैसा और मुझे न्याय दोनो मिल सके ।
फिलहाल मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस इस पर अनुसंधान कर रही है पूरी जांच के बाद ही साक्ष्य सामने आएंगे और दोषियों पर कार्यवाई हो सकेगी ।