महागामा :- एसडीओ कार्यालय महागामा में डीलर के मनमानी रूप से चला रहे डीलर के खिलाफ विक्रमपुर के गांव के ग्रामीण एवं पूर्व विधायक राजेश रंजन ग्रामीणों के समर्थन में एसडीओ कार्यालय के समक्ष अनशन पर बैठे और उनकी मांग थी कि डीलर को बर्खास्त किया जाए साथ ही साथ कितने दिनों की अनाज ग्रामीणों को नहीं मिली है उसे दिया जाए वही इस दौरान जि.यो. कार्यालय में एसडीओ व पूर्व विधायक वह ग्रामीणों के बीच लिखित समझौता किया गया जिसमें मुख्य मांग है ..
- डीलर को अविलंब निलंबित करने के लिए कहा गया
- एक हफ्ता के अंदर गबन के आरोपी को के ऊपर अपराधी मुकदमा किया जाए
- 1 सप्ताह के अंदर नए डीलर को बकाया राशन दिया जाए
वही इस प्रतिक्रिया पर 20 सूत्री अध्यक्ष कृष्ण मुरारी चौबे वह जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि
पूर्व में डीलर सस्पेंड तो धरना कैसा । विक्रमपुर एवं विशनपुर के डीलर को जांच के क्रम में दोषी पाते हुए पूर्व में हीं अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा निलम्बित कर दिया गया है। कांग्रेसी इन मुद्दों पर राजनीति करना बंद करे,क्योंकि खाद्यान घोटाला सबसे ज्यादा कांग्रेस के शासन काल मे हीं हुआ, जो लगभग 1 लाख करोड़ का है।कांग्रेस की राजनीति ही भरस्ट्राचार अलगाववाद,जातिवाद की ही धरातल पर चलती रही है।भाजपा के नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में सरकार अभी तक 60 हजार करोड़ का खाद्यान में गरीवों का पैसा बचा चुकी है आने वाले समय मे औऱ भी आवश्यक सुधार होने है। ऐसे में पूर्व विधायक राजेश रंजन का धरना हास्यास्पद है।मीडिया प्रभारी ने कहा कि सरकार के कार्यों से बोखलाहट होना स्वभाविक है।
मैं हूँ गोड्डा से अभिषेक राज की रिपोर्ट