राघव मिश्रा/गोड्डा :जिला उपायुक्त किरण कुमारी पासी ने पत्र माध्यम से सभी पदाधिकारियों को ये सूचना दी है कि अब से कोई पदाधिकारी अकेले किसी जांच में नही निकलेंगे ।
सम्बंधित थाना को देना होगा सूचना साथ मे रहेगा पुलिस बल।
उपयुक्त किरण कुमारी पासी ने अपने 17/10/18 के पत्रांक 1196 के माध्यम से निर्देश जारी करते हुए यह स्प्ष्ट तौर पर कही है कि अब से कोई पदाधिकारी बिना सम्बंधित थाना को जानकारी के दिये कोई छापेमारी नही कर सकेंगे ।
छापेमारी में साथ रहेंगे थाना प्रभारी या पुलिस पफधिकारी ।
उपायुक्त द्वारा जारी इस पत्र में यह निर्देश है कि सरकार द्वारा अधिष्ठापित वाहन से संबंधित सरकारी नियमो का उलंघन कर वाहन का परिचालन ,अवैध बालू एवं पत्थर उत्खनन तथा ढुलाई के साथ-साथ अवैध शराब की बिक्री एवं निर्माण के मामले काफी सामने आ रहे हैं ,इसकी रोकथाम एवं छापेमारी हेतु कार्रवाई आवश्यक है लेकिन उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि आपके विभागन्तर्गत जो भी छापेमारी/जांच की जाती है तो उसमें संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी /पुलिस पदाधिकारी के साथ संयुक्त रूप से करना सुनिश्चित करें ।
संयुक्त जांच/छापेमारी की होगी वीडियोग्राफी
उपायुक्त द्वारा जारी इस निर्देश में किसी भी जांच /छापेमारी का वीडियोग्राफी भी करना अनिवार्य किया गया है ,अपने पत्र में उपायुक्त ने यह निर्देश दिया है कि संबंधित थाना प्रभारी या पुलिस पदाधिकारी के साथ छापेमारी/जांच की वीडियोग्राफी भी करना सुनिश्चित किया गया है ।
कौन कौन से विभाग को मिला है निर्देश ?
पुलिस पदाधिकारी के साथ संयुक्त छापेमारी के लिए जारी विषय पर निर्देश जारी करते हुए उपायुक्त किरण कुमारी पासी ने अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा एवं महगामा ,जिला परिवहन विभाग पदाधिकारी गोड्डा,जिला खनन पदाधिकारी गोड्डा,एवं गोड्डा उत्पाद विभाग के अधीक्षक को निर्देश जारी करते हुए पत्र भेजा गया है ।
उपायुक्त द्वारा जारी पत्र के बाद भी पदाधिकारी निर्देश का कर रहे अवहेलना
उपायुक्त द्वारा उपरोक्त निर्देश के बावजूद परिवहन विभाग के पदाधिकारी बिना किसी पुलिस पदाधिकारी को लिए रात के अंधेरे में वाहन जांच करते नजर आए ,पूछने पर परिवहन विभाग के पदाधिकारी ने स्वीकार किया है कि हां हम जांच कर रहे हैं ,और इस गाड़ी का पेपर ओके है इसलिए इसे जाने दे रहे हैं ।अगर ऐसे देर रात परिवहन पदाधिकारी बिना पुलिस पदाधिकारी के साथ जांच/छापेमारी करते हैं तो यह उपायुक्त गोड्डा के निर्देश का सीधे तौर पर अवहेलना है ।यही नही सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अन्य विभाग के पदाधिकारी भी अकेले जांच में निकलते हैं जिसकी कोई सूचना तक भी संबंधित थाना या किसी पुलिस पदाधिकारी को नही रहता है ।
ऐसे में अगर पदाधिकारी उपायुक्त के निर्देश का खुलेआम उलंघन करेंगे तो यह जारी निर्देश पत्र की अवहेलना होगी और आने वाले दिनों में पदाधिकारियों इन संबंधित पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है ।