क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों का सबसे बड़ा पर्व है। यह पर्व प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन को लेकर मनाया जाता है। इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा एवं मीसा पूजा का आयोजन किया जाता है। सभी इसाई धर्मावलंबी चर्च पहुंचकर प्रभु यीशु के के जन्मदिन को मनाते हैं। बाइबल के श्लोकों से ईसा मसीह के उपदेशों को आत्मसात करते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं ।
-
क्रिसमस एक नजर में
* क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा पर्व है
* क्रिसमस प्रभु यीशु के जन्मदिन को लेकर मनाया जाता है
* 24 दिसंबर के मध्य रात्रि को एवं 25 दिसंबर की सुबह गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा होती है
*क्रिसमस में चरणी का विशेष महत्व है।
* क्रिसमस में केक का विशेष महत्व है।
* क्रिसमस ट्री से गिरजाघर एवं घरों को लोग सजाते हैं।
* मोमबत्तियों से जलाकर प्रभु यीशु को याद करते हैं।
शांति, प्रेम और भाईचारा के रूप में मनाया जाने वाला यह पर्व गोड्डा जिला के विभिन्न प्रखंडों में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । क्रिसमस को लेकर जिले में मसीही समाज के लोगों में उत्साह चरम सीमा पर है ।लोग अपने-अपने घरों ,चर्च एवं संस्थाओं को आकर्षक ढंग से सजा रहे हैं। पूरी तैयारी अंतिम चरण में है ।लोग चरणी को बनाकर उसे भी अच्छी तरह से सजा रहे हैं। चर्च में प्रभु यीशु के गीत का अभ्यास किया जा रहा है। बाजारों में रौनक बढ़ गई है ।लोग साज-सज्जा से लेकर अपने घर की जरूरतों के सामान की खरीदारी को लेकर दुकानों में पहुंच रहे हैं। चर्च में रंग-बिरंगे बल्ब जगमगा रहे हैं ।लोगों के घर स्टार एवं झालरों से पटे पड़े हैं ।अभी से ही लोग एक दूसरे को जीशू मरांग व हैप्पी क्रिसमस की बधाई दे रहे हैं।
अलग अलग जगहों के देखें चर्च
पोड़ैयाहाट के संत फ्रांसिस चर्च
अगिया मोड का सेंट मेरी चर्च
सिकटिया का चर्च
चरणी बनाते लोग
क्रिसमस को यादगार बनाने को लेकर मसीही समाज के बालिकाओं द्वारा प्रभु यीशु के जन्मदिन पर गीत का अभ्यास कर रही है।