वार्ता करने आए कंपनी के सुपरवाइजर के समक्ष जताया विरोध
गोड्डा :सदर अस्पताल के आउटसोर्सिंग के कर्मचारी का विगत तीन माह से भुगतान नही होने पर सदर अस्पताल परिसर में धरना देकर कार्य को पूरी तरह से बहिष्कार कर दिए हैं। यह हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। सफाई कर्मी के हड़ताल पर जाने के कारण अस्पताल की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। सफाई कर्मचारी कांग्रेस मेहतर, गोविंद मेहतर, चंदन, ,अनिल राम, अशोक राम ,टुनटुन राम, सुनिता देवी, चंदा देवी, संगीता देवी आदि ने बताया कि बिरसा ग्रुप एनजीओ के द्वारा तीन माह से मानदेय व पीएफ का पैसा नहीं दिया जा रहा है।

अपने मानदेय मांगने पर एनजीओ के द्वारा कंपनी से निकलवाने की धमकी भी देते है। इसके बाद धमकी दी जाती है कि हड़ताल पर जाने पर सभी सफाई कर्मचारी को कार्य से मुक्त कर दिया जाएगा। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से वार्ड, आइसोलेषन, लेबर रूम, शल्य कक्ष, आउटडोर में गंदगी रहने से मरीज परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एनजीओ के द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है कि भुगतान दो दिन में कर दिया जा रहा है।

इस संबंध में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. डीके चौधरी ने सीएस को पत्राचार कर सफाई कर्मियों के द्वारा हड़ताल पर चले जाने की सूचना देकर वैकल्पिक व्यवस्था करवाते हुए सफाई कर्मचारी की मांग पर कोई ठोस पहल करने की मांग की है। हड़ताल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस मेहतर ने कहा कि सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नही की जाएगी।
अगर अस्पताल में सफाई व्यवस्था के साथ लापरवाही होती है तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। ज्ञात हो कि गुरूवार की सुबह से ही सदर अस्पताल के आउटसोर्सिंग के सफाई कर्मचारी ने हड़ताल पर जाकर अपनी मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर दिया था।
वार्ता हुई विफल, हड़ताल से नहीं लौटे कर्मी :
इधर शुक्रवार को कंपनी के सुपरवाइजर रमेश कुमार कर्मियों के साथ वार्ता करने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे। लेकिन कर्मियों के साथ यह वार्ता विफल हो गया। सुपरवाइजर द्वारा बिना पैसा दिए ही काम पर लौटने का आश्वासन दिया जा रहा था। जिसका कर्मियों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान थोड़ी नोक झोंक भी हुई। इस दौरान कंपनी के सुपरवाइजर ने भरोसा दिलाया कि सोमवार तक पैसा उन सभी के खाते में चढ़ जाएगा। लेकिन कर्मियों ने कहा कि जब तक पैसा नहीं मिलेगा हड़ताल समाप्त नहीं होगा। बता दे कि इस कंपनी के लगभग 110 कर्मी सदर अस्पताल व सिविल सर्जन कार्यालय में नियुक्त है। इसमें झाड़ुदार से लेकर, चालक, पट्टी बंधक, वार्ड प्रभारी आदि शामिल थे ।