पति के अरमानों को पूरा करने आयी पत्नी
पतिव्रता धर्म निभाना ही एक पत्नी का कर्तव्य होता है। आदिकाल से चले आ रहे यह कहावत को ऊषा देवी ने चरितार्थ कर दिया है। वे नगर परिषद के वार्ड नंबर 11 पर सबसे अधिक मत प्राप्त कर जीत दर्ज करने वाली पार्षद बनी है। वे दिवंगत वार्ड पार्षद रितेश मंडल की धर्म पत्नी है। जिनकी हत्या विगत वर्ष के नवंबर माह में उसके दोस्त ने ही कर दी थी। इस घटना ने जिले को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया था। हत्या के बाद लोगों में आक्रोश इतना अधिक था कि बाजार स्वतः बंद हो गया था। इसके बाद से वार्ड संख्या 11 का सीट खाली पडा था। चुनाव के पूर्व ही इस सीट पर स्व. रितेश मंडल की पत्नी ऊषा देवी के निर्विरोध जीतने की बात कही जा रही थी। लेकिन वार्ड में ही उनके विपक्ष में दीपक साह ने अपनी पत्नी ब्युटी देवी को खडा कर दिया। रितेश मंडल के समर्थकों में थोडा आक्रोश जरूर था। यही आक्रोश का फायदा ऊषा देवी को मिला और सबसे अधिक मत लाकर जीत दर्ज करने वाली पार्षद वह बनी। उन्हें पूरे वार्ड के लोगों ने सपोर्ट किया। उन्हें कुल 976 वोट मिले। वही निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 236 वोट मिले है।