मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सदर प्रखंड के भारतीकित्ता गांव में रविवार को अगलगी में सात घर जलने से लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गयी। आधा दर्जन से अधिक मवेशी की भी जलने से मौत हो गयी। आग लगभग दोपहर के डेढ़ बजे लगी। जानकारी के अनुसार गांव के छत्तीस बगवै के घर में खाना बनाने के दौरान आग की लपटे पुआल में लग गयी। देखते ही देखते आग ने विक्राल रूप ले लिया।
आग ने अपने चपेट में बगल के छह घरों को भी ले लिया। लोग कुछ कर पाते कि सब कुछ जलकर स्वाहा हो गया। घर में बांधे हुए मवेशी भी जिंदा जल गए। गांव के ग्रामीणों के अथक प्रयास से आग पर काबू पाया गया। इस मौके पर दमकल ने भी पहुंच कर आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था। इसमें कुछ मवेशी आधा जल कर झुलस गए है।
अग्निकांड के पीड़ित में सरगुण महतो, बालदेव महतो, घरवेंन्द्र महतो, सुबोध बगवै, भवेश बगवै, दामोदर बगवै शामिल है। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अगलगी में बेजुबां जानवरों के तड़पने और करहाने की आवाज आ रही थी। काफी प्रयास भी ग्रामीणों द्वारा जानवरों को बचाने का किया गया। लेकिन छह जानवारों ने दम तोड़ चुका था। इस दौरान पीड़ितों की चीख पुकार मच गयी। जले हुए मलबे को देखकर पीड़ित के परिवार में महिलाएं, बच्चे पुरूष बिलख पड़े। उनके आंखों के सामने उनका आशियाना जल गया। इतना ही नही घर में रखा अनाज, कपड़े आदि कीमती समान भी जल कर राख हो गया। इधर अंचल कार्यालय के कर्मी क्षति का जायजा लेने पहुंच चुके है। रविवार रहने के कारण उन्हें राहत समाग्री नहीं मिल पायी है।
आशियाना के साथ जल गए अरमान
-जवान बेटी की तय थी शादी, अगलगी के बाद फुट फुट कर रोने लगे पिता
सदर प्रखंड के भारतीकित्ता गांव में अगलगी घटना में कई लोगों के आशियाना के साथ कई अरमान भी जलकर खाक हो गए। कोई अपना सपने का घर बनाने की सपने संजोये हुए था तो कोई पिता अपनी जवान बेटी का शादी करने का सपना देखा था। लेकिन इस घटना ने सभी के अरमान को छीन लिया। इसमें ही एक पीड़ित दामोदर बगवै है जिनकी बेटी फुलकुमारी की शादी तय हो चुकी थी। मई या जून महीने में शादी का तिथि भी फाइनल होने वाला था। लेकिन इस घटना ने उनके सपने को ही जला कर राख कर दिया। इस घटना के बाद जैसे ही पिता ने जले हुए मलबे को देखा तो वे फुट फुटकर रोने लगे।
आसपास के लोगों ने उसे काफी संभालने का प्रयास किया। लेकिन वे भगवान को दोष देते हुए बिलखते रहे। दामोदर बगवै ने जो दो भैंस को बेचकर शादी संपन्न कराने की सोची थी वह भैंस इस आग में जलकर दम तोड़ दिया। इसके अलावे भी कई पीड़ित है जो अलग अलग अपने सपने को संजोये हुए रखे थे। लेकिन भगवान ने उन्हें इतने दर्दनाक घटना दे दिया कि इस घाव को भरने में वर्षों लग जाएंगे।