गोड्डा उप-चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार का आखिरी दिन था. 3 बजे के बाद सभी नेताओं की सभा ख़त्म हो गयी. गोड्डा के एक होटल के बाहर का नज़ारा कुछ हट कर था क्यूंकि पिछले 10 दिनों से एक दूसरे के खिलाफ आग उगलने वाले नेता एक दूसरे से गले मिल रहे थे. झामुमो के नेता हेमंत सोरेन, भाजपा के अनन्त ओझा और विरंची नारायण एवं कांग्रेस के इरफ़ान अंसारी सभी एक साथ मिल हंसी-मजाक कर रहे थे. इरफ़ान ने कहा की मुझे तो मंत्री हेमंत सोरेन ही बना सकते है इस पर हेमंत ने कहा की झामुमो आंदोलनकारी बनाती है मंत्री नहीं. खैर देखने वाले आश्चर्यचकित थे की हम सभी नेताओं के कहने पर मार करने को तैयार रहते है लेकिन ये सभी आपस में रोटी-बेटी का सम्बन्ध रखते है. लेकिन एक बात तो तय है की अगर चुनाव नीतियों पर लड़ी जाए तो ना कभी खून -खराबा होगा और ना वैमनस्य बढ़ेगा
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