अबोध के साथ दुराचार ! मानसिक विकृति या प्रचंड गर्मी का असर!
चार दिनों में लगातार दूसरी शर्मसार करने वाली घटना!
गोड्डा जिला के मुफसिल थाना क्षेत्र के बंशीपुर गाँव में अपने नानी के घर आयी 3 साल की बच्ची को ये अहसास भी नहीं होगा की बीती रात उसके साथ ऐसी अमानवीय घटना घटित हो सकती है. परिवार में हो रही शादी में बज रहे बाजे के बीच उसकी चीख -पुकार कोई नहीं सुन पाया और वो एक वहशी के चंगुल में फस कर उस पीड़ा को महसूस किया जो किसी भी औरत/महिला के लिए उम्र भर की टीस होती है.
बीती शाम बच्ची को किसी ने फुसला कर नदी तट पर ले गया और उसके साथ दुराचार किया साथ ही उसे मारने का भी प्रयास किया. उसे मरा हुआ सोच कर वो भाग गया. रात भर बच्ची बेहोशी की अवस्था में नदी में पड़ी रही. सुबह शौच करने गयी दूसरे गाँव की महिलाओं को जब वो अचेतन अवस्था में मिली तब उसे वो अपने गाँव ले गयी और उसे नहला कर भोजन कराई. उसे कपडे भी दिए क्यूंकि उसके शरीर में कोई वस्त्र नहीं था.
रात भर बच्ची को ढूंढने के बाद सुबह पुरे परिवार को जानकारी मिली की बगल के दियारा गाँव में बच्ची है तब पूरा गाँव वहां पहुंचा. बच्ची के शरीर के जख्मों को देखने के बाद पता चला की वो किस यातना को सह कर बची है.
फिलहाल बच्ची का इलाज़ सदर अस्पताल में चल रहा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन वहशी अज्ञात है जिसे ढूंढ पाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर है क्यूंकि रात के समय बच्ची भी कुछ बता पाने में असमर्थ होगी.
4 दिन के अंदर ये दूसरी घटना है जिसमे दुराचार की शिकार अबोध बच्ची बनी है. समझ में नहीं आता है हमारा समाज किधर जा रहा है? ये बढ़ती गर्मी का असर है या मानसिक विकृति
