झारखंड की हेमंत सरकार अब सरकारी स्कूल से पढ़ने
वाले लोगों ही सरकारी नौकरी देगी। इसको लेकर राज्य
के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो बड़ा बयान दिया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा है कि हमारी सरकार ऐसा विचार कर
रही है कि जो सरकारी स्कूल में पढ़ेगा वही राज्य में
सरकारी नौकरी पाएगा।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि अधिकारी का
बेटा हो या किसी मंत्री का या कोई सरकारी नौकरी
करने वाला का बेटा। सब अपने बच्चों को सरकारी
स्कूल के बजाए निजी स्कूल में पढ़ाएंगे और नौकरी
सरकारी खोजेंगे। इसलिए हम सरकारी स्कूल में पढ़ने
वालों को ही सरकारी नौकरी देने पर विचार कर रहे हैं।
पहले होगी चर्चा, तब होगा निर्णय :
हालांकि जगरनाथ महतो ने साफ किया कि अभी
इसको लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन हम इस
प्रकार कानून बनाने को लेकर चर्चा जरूर कर रहे हैं।
सभी के सहमती के बाद ही इस पर कोई निर्णय होगा।
शिक्षा मंत्री का तर्क :
सरकारी विद्यालय में पढ़ने पर ही मिले सरकारी नौकरी,सरकार कर रही विचार । pic.twitter.com/IEzvYwWMkQ
— मैं हूँ गोड्डा-maihugodda.com (@maihugodda) July 1, 2020
शिक्षा मंत्री ने इस प्रकार के नियम लागू करने के पीछे
तर्क दिया को जिस अधिकारी या नेता का बेटा सरकारी
स्कूल में पढ़ेगा। वह उस स्कूल पर ध्यान देगा। जिससे
सरकारी स्कूल की दिशा और दशा सुधरेगी।
बीजेपी नेता ने कसा तंज :
वहीं शिक्षा मंत्री के इस बयान पर बीजेपी नेता और पूर्व
विधायक कुणाल सारंगी ने कहा है कि क्या बात हुजूर
दिल जीत लिया आज आपने? नया संविधान ही लिख
दीजिए अब राज्य के लिए। आपकी प्रतिभा के साथ
न्याय वही है। प्राईवेट स्कूलों में पढ़कर राज्य और केंद्रीय
सेवाओ में आए एक भी अफ़सर का अगर झारखंड में
पदस्थापन हुआ तो अब बवाल ही होगा बस! मतलब
कुछ भी बोल देना है।
बहरहाल अगर हेमंत सरकार इस प्रकार का कोई कानून
बनाती है तो ये अपने आप में अनूठा होगा। क्योंकि अब
तक किसी राज्य में ऐसा कोई कानून नहीं है। हालांकि
इस प्रकार के कानून से बहुत से लोग प्रभावित होंगे।