प्रेस कांफ्रेंस कर बताया, अलोकतांत्रिक रूप से काम कर रही है सरकार
मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा प्लस टू उच्च विद्यालय के आदिवासी हॉस्टल में जिला प्रशासन द्वारा छापेमारी कर तीर धनुष जब्त करने का मामला धीरे धीरे तुल पकड़ने लगा है। इस मुद्दे पर सभी छात्र संगठन जिला प्रशासन के विरोध में खड़े हो गए है। वही विपक्ष के नेता सह पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने भी जिला प्रशासन द्वारा की गयी कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। विधायक प्रदीप यादव ने बुधवार को अपने आवास पर पत्रकार सम्मेलन में जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आदिवासी समुदाय के धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाया है। विगत छह माह पूर्व जिस गलती को दुमका जिला प्रशासन ने दोहराया था वही गलती आज फिर गोड्डा पुलिस प्रशासन दोहरा रहा है। तीर धुनष आदिवासी समुदाय का एक अभिन्न अंग है। जन्म से लेकर मरण तक तीर धनुष का उपयोग रीति रिवाज में होता है। कानून के तहत सरकार किसी भी धर्म के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकती है। अगर चौबीस घंटे के अंदर जिला प्रशासन ससम्मान जब्त किए गए तीर धनुष को वापस नहीं करती है तो झारखंड विकास छात्र मोर्चा आंदोलन करेगा। यहां तक की पूरे जेवीएम पार्टी के जिला प्रशासन के खिलाफ खड़ी होगी। उन्होनें इस दौरान रघुवर सरकार के क्रियाकलापों पर भी जमकर बरसें। कहा कि सरकार पूरी तरह से अलोकतांत्रिक हो गयी है। इस सरकार ने लोकतंत्र के सभी मायने को खत्म कर दिए है। पंचायती राज को धता बताते हुए उसके ही विपरित ग्राम समिति का गठन करती है। मतलब साफ है कि जो पंचायती राज से चुने जनप्रतिनिधि है उनके अधिकारों का हनन हो रहा है। इस मौके पर देवेन्द्र पंडित सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।