डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए सुन्दरमोर स्कूल का अनोखा पहल ।
देश आधुनिकता की ओर अग्रसर है एक और जहां लोग प्राइवेट सेक्टर में ऑनलाइन मार्केटिंग ,ऑनलाइन फूडिंग सर्विस, ऑनलाइन होटल बुकिंग,जैसे सुविधा का लुफ्त उठा रहे हैं वहीं एक ऐसा सरकारी स्कूल भी है जहां के प्रधानध्यापक ने अनोखी पहल की शुरुआत की है,ऐसा जिला में ही नही बल्कि संथाल परगना में शायद ही किसी सरकारी विद्यालय में सुविधा हो ।
अगर आप अपने बच्चों का एडमिशन सरकारी विद्यालय में कराना चाहते हैं तो ऑनलाइन फॉर्म भरने की तैयारी कर लें. क्योंकि गोड्डा जिले के सुदूरवर्ती सरकारी उत्क्रमित उच्च बुनयादी विद्यालय सुन्दरमोर के स्कूल में एडमिशन के नए नियम आ गए हैं । यह जिले का पहला ऐसा सरकारी विद्यालय है जहाँ अब ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं ।इस विद्यालय में नामांकन के लिए आप विद्यालय की वेबसाइट
http://www.uhsbsundarmore.com
पर जाकर रिजिस्ट्रेशन के प्रक्रिया को पूरी कर प्राप्त रसीद को विद्यायल जाकर जमा करने पर आप कई प्रकार की झंझटों से छुटकारा पा सकते हैं ।इसके अलावा विद्यायल की वेबसाइट पर आप विद्यालय की गतिविधि ।शिक्षकों की सूची एवं आने वाले समय मे कई नए फीचर भी मिलेंगे ।
विद्यालय प्रधानध्यापक सावन कुमार की यह सरकारी विद्यालय के लिए अनोखी पहल है ,जिनके साथ उनके सहयोगी शिक्षक का भी साथ मिला है ।
इस विद्यालय की विशेषता यह है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में परंपरागत शिक्षा की नींव में आधुनिकरण की शुरुआत की गई है ।इसके साथ ही प्रकृति की गोद में बैठा गोड्डा प्रखण्ड का यह विद्यायल सुंदरपहाड़ी की प्रकृति सुंदरता को अपने मे समेटे हुए है ,महात्मा गांधी की सोच से परिणत बुनियादी विद्यायल अपने परंपरा के अनुरूप आज भी हर शनिवार को विद्यायल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों के मेधा को बढाने का काम कर रहा है ।खेल कूद के लिए विशेष खेल मैदान ,बच्चे खो खो ,फुटबॉल,क्रिकेट कबड्डी इत्यादि में महारत हासिल करने में लगे हैं ।बच्चों के स्किल डेवलपमेंट के लिए विद्यालय में नियमित एबेलिटी टेस्ट किया जाता है ,बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए समय समय पर विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाता है जिससे बच्चे खुद स्थापित कर सके ।देश के महान विभूतियों के जयंती पर विद्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है ताकि बच्चे देश के महापुरुषों को जान सके,तथा उनके मार्गों पर चलने को प्रेरित हो एवं देश भक्ति की भावना जाग सके ,इसके अलावा भी छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों के बीच अनुशासन का पाठ भी पढाया जाता है ,एवं विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिवावक के साथ स्कूल प्रबंधक एवं शिक्षकों के बीच बैठक की जाती है ।ताकि त्रुटियों को दूर किया जा सके ।साथ ही विद्यायल के स्थाई रिसोर्स को और बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है ,आने वाले समय मे वृक्षारोपण एवं पर्यावरण को बचाने का प्रयास स्कूल की ओर से किया जाएगा ।फिलहाल इस विधायलय प्रधानध्यापक की पहल पर ऑनलाइन नामंकन प्रक्रिया चालू करने से बच्चों को काफी सहूलियत होगी एवं अभिवावकों को भी कम परेशानियों का सामना करना पड़ेगा ,घर बैठे ही मोबाइल के जरिये अथवा इंटरनेट कैफे से बैठकर इस सरकारी विद्यायल में नामंकन करा सकेंगे ।