जिला प्रशासन के नेतृत्व में चलाए जा रहे अतिक्रमण मुक्त अभियान छिटपुट विरोध के बीच तीसरे दिन गुरूवार को भी जारी रहा। जिसमें न्यू मार्केट, पीरपैंती रोड के पूर्वी साइड के दुकानों पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवाया। दुकान का जगह के अलावे नाली के ऊपर बनाए गए सलैप, शेड, दीवारों आदि को तोड़ा गया। इन समानों का पूरी तरह से मलबा बना दिया गया। इस दौरान दो पार्टी पुलिस फोर्स व दो मजिस्ट्रेट साथ थे।
मेन बाजार में लगते रहा जाम :
दोपहर के समय अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान लगभग चार घंटे तक मेन बाजार पूरी तरह से जाम रहा। प्रशासन द्वारा वन वे की व्यवस्था करने से इस परेशानी का सामना जिलेवासियों को करना पड़ रहा था। इस दौरान स्कूल बस, यात्री बस के अलावे तेल टंकर, एफसीआई के ट्रक भी जाम में फंस गए थे।
पारदर्शिता बरतने की लोग कर रहे मांग :
दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण किए गए जगह को खाली कराने पर जिला प्रशासन को दर्जनों जगहों पर भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा। कई जगहों पर लोग अतिक्रमण हटवाने में पारदर्शिता बरतने की मांग कर रहे थे। विजय साह, बबलू पंडित, बिक्की कुमार आदि ने बताया कि प्रशासन द्वारा कई जगहों पर चेहरा देखकर कार्रवाई कर रही है। कुछ पहुंच वालें लोगों के घर या उनके शेड को छू तक नहीं रही है। इसका विरोध किया जा रहा है। जब कानून सभी के लिए एक है तो इसमें दो तरह की कार्रवाई क्यों किया जा रहा है?
नप द्वारा बनाया गया मूत्रालय को भी जेसीबी से तोड़ा :
नगर पंचायत द्वारा हटिया चौक पर सड़क किनारे बनाए गए मूत्रालय को भी तोड़ दिया गया। क्योंकि यह सड़क को अतिक्रमित कर अवैध रूप से बनवाया गया था। नगर पंचायत द्वारा दो तरह की नीति यहां पर देखने को मिली। एक तरह मूत्रालय बनाकर पैसे का खर्च किया जाता है। जब जगह सरकारी था तो यहां पर मूत्रालय बनाया ही क्यों गया था। यह सवाल शहरवासी जानना चाह रहे है। आखिर पैसे की बर्बादी क्यों? विभागीय जानकार इसे टेंडर का खेल भी बता रहे है। बताया जा रहा है कि ऐसी योजनाएं बनाकर नगर पंचायत सिर्फ टेंडर का खेल करवाती है। जिससे कुछ संवेदकों को फायदा पहुंच सके। इधर नगर परिषद अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया है कि शेड वाला मूत्रालय का निर्माण हटिया में ही कराया जाएगा। जिससे लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके।
क्या कहते हैं अधिकारी :
एसडीओ नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि शौचालय टूटने की जानकारी नही है हमने अबतक नही देखा है !लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो वहां मॉड्यूलर शौचालय बनाया जाएगा !