हाथ में तख्ती लिए मुस्लिम महिलाओं ने की बिल को वापस लेने की मांग
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित तीन तालाक बिल को वापस करने की मांग तेज हो गयी है। शनिवार को सुबह दस बजे असनबनी स्थित जामा मस्जिद से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों के नेतृत्व में मौन जुलूस निकला। जिसमें मुस्लिम महिलाएं काफी अधिक संख्या में इस जुलूस में भाग लिया। महिलाएं हाथों में बिल के वापस करने की तख्ती लिए जुलूस में शामि थी।
जुलूस असनबनी से निकल कर मुख्य सड़क होते हुए कारगिल चौक पहुंचा। जहां से न्यू मार्केट होते हुए बापू चौक, बाबू पाड़ा होते हुए गांधी मैदान के पश्चिमी द्वार से अंदर प्रवेश किया। गांधी मैदान में जुलूस समाप्त हुआ। जहां पर नमाज अता की गयी। इस दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों ने उपायुक्त के माध्यम से तालाब बिल वापस करने को लेकर मांग पत्र भेजा।
सदस्यों ने संबोधित करते हुए कहा कि यह बिल मुस्लिम लॉ बोर्ड के पूरी तरह से खिलाफ है। शैरियत में कानून में बदलाव को नहीं माना गया है। इसका विरोध बोर्ड द्वारा पहले प्रखंड स्तर पर किया जा रहा है। इसके बाद जिला स्तर पर किया जा रहा है। आगामी दिनों में इस बिल को वापस लेने के लिए राज्यस्तर पर शांतिपूर्ण आंदोलन किया जाएगा।
जुलूस का नेतृत्व असनबनी नौजवान कमिटी ने किया। जुलूस में शामिलमेहरून निशा, ईजाब फातिमा, सीमा बसरी आदि ने बताया कि यह कानून शैरियत के खिलाफ है।
शैरियत के खिलाफ कोई भी एक्ट या कानून में बदलाव बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो पुराने समय से इस्लामिक कानून चला आ रहा है वे लोग उसी को मानेंगे। किसी भी एक महिला द्वारा इसका विरोध किया जाता है तो वह गलत है। उसके आधार पर कानून में बदलाव नहीं किया जा सकता है।