-प्रभारी डीएसई ने दिखाए तेवर, शिक्षकों में हड़कंप
गोड्डा :आखिरकार आनन फानन में किए गए शिक्षकों का प्रतिनियोजन को विभाग के नये पदाधिकारी ने रद्द कर ही दिया। प्रभारी जिला शिक्षा अधीक्षक सचिदानंद द्विवेंदू तिग्गा ने सोमवार को कार्यालय आदेश पत्र निकाल कर विगत वर्ष 2017 के दिसंबर माह में किए गए प्रतिनियोजनों को रद्द किया जाता है। पत्र में कहा गया है कि क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी गोड्डा व महागामा के अलावे सभी प्रखंडों के बीईईओ स्तर से जितने भी प्रतिनियोजन हाल में किए गए है सभी को समाप्त कर दिया गया। जनवरी माह के अवधि की अनुपस्थिति विवरणी मूल पदस्थापित विद्यालय में निर्गत होने के बाद ही वेतन दिया जाएगा।
इस आदेश से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। साथ शिक्षकों को भी कान सुन्न हो गए है। बताते चले कि मूल पद डीईओ सचिदानंद द्विवेंदू तिग्गा ने जब से डीएसई पद का प्रभार लिया है तब से ही पुराने फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया है। प्रतिनियोजन रद्द होने की सूचना पहले ही विभाग के कर्मी को भी लग गयी थी। सूत्रों की माने तो निर्वतमान डीएसई अशोक कुमार झा द्वारा अंतिम समय के कार्यकाल के दौरान प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों ने कई शिक्षकों का अवैध रूप से प्रतिनियोजन मनचाहा जगहों पर कर दिया गया था। प्रतिनियोजन किए गए शिक्षकों की संख्या लगभग 20 बतायी जा रही है। इन शिक्षकों से कर्मियों ने नजराने के तौर भी कुछ राशि की वसूली की जाने की बात कही जा रही है। इधर कई शिक्षक संघ ने भी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत वरीय पदाधिकारी को कर चुके है। कुछ संघ इस मामले की उच्च पदाधिकारियों से जांच की भी मांग कर रहे है। कुछ ही दिनों के पूर्व शिक्षकों का स्थांतरण एक दूसरे विद्यालय में किया गया था। लेकिन इसके बावजूद शिक्षकों ने कैसे अपना प्रतिनियोजन करा लिया। इधर प्रभारी डीएसई सह डीईओ सचिदानंद द्विवेंदू तिग्गा से इस मसले में दूरभाष संख्या 9431917515 पर जानकारी लेने की कोशिश की गयी। लेकिन उनका फोन नहीं लग पाया।